Stress Management: तनाव से बचने का सबसे सही तरीका, जानिये कैसे जी सकते हैं Stress free लाइफ
Stress Management Tips: हमारा शरीर नेचुरली कुछ डिमांडिंग या अलग तरह के हालात पर रिस्पॉन्ड करता है और ये न्यूरोबाइलोजिकल रिस्पॉन्स है, जिसे कई बार हम तनाव समझते हैं और उसे लेकर परेशान होते हैं.
How To Live Stress Free: तनाव को कम करने या उसका बुरा असर हमारे दिल और दिमाग पर ना पड़े इसके लिए स्ट्रेस को समझने और देखने का नजरिया बदलें. अगर किसी बात के बारे में सोच रहे हैं. हमारे कुछ रिफ्लेक्शन है या थोड़ा स्ट्रैस हो तो उस बात के लिए खुद पर गुस्सा करना बंद करें. स्ट्रैस मैनेजमेंट पर लिखी एक किताब के लेखक का मानना है कि तनाव भले ही ज्यादा हो, लेकिन उसे कम फील करने की आदत बनायें. तनाव आपको घटनाओं को सही से समझने, सहने की ताकत देता है और कई बार हल्का स्ट्रैस हमें आत्मविश्वास भी दिलाता है कि हम तनाव भरे हालात से निकल सकते हैं.
अगर आप हमेशा सोचते हैं कि तनाव बुरा है तो इस सोच को बदलने की जरूरत है. दरअसल हमारा शरीर नेचुरली कुछ डिमांडिंग या अलग तरह के हालात पर रिस्पॉन्ड करता है और ये न्यूरोबाइलोजिकल रिस्पॉन्स है, जिसे कई बार हम तनाव समझते हैं और उसे लेकर परेशान होते हैं.
अमेरिकन साइकलॉजिकल एसोसिशन के सीनियर डायरेक्टर Vaile Wright का मानना है कि स्ट्रैस पॉजिटिव या नेगेटिव किसी भी घटना के लिये हो सकता है लेकिन हमें उसे मैनेज करना सीखना आना चाहिये. कई बार किसी इवेंट या किसी बात के लिये थोड़ा तनाव होता है तो वो कोई बुरी बात नहीं बल्कि उस अनईजीनेस या उसके बारे में सोचने की वजह से, टेंशन लेने की वजह से उस इवेंट में अच्छी तरह परफॉर्म कर पाते हैं. स्ट्रैस आपको मोटिवेटेड और चैलेंज को सहने के लिये तैयार करता है.
तनाव दूर करने के लिये इन उपायों पर काम करें
1- क्रोनिक स्ट्रैस को कम करने की 4-5 आदतें बेहद यूजफुल हैं, जिसमें सबसे पहला सही खाना, खूब पानी पीना, 7-8 घंटे की नींद लेना और वो काम करना जिसमें आपको मजा आता हो.
2- अगर कभी भी आप स्ट्रैसफुल सिचुएशन में फंस गये हैं तो उससे बचने के लिये शॉर्ट वॉक करें या फिर ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. ये स्ट्रैस कम करने का फिजिकल तरीका है.
3- अगर किसी भी वजह से आप ज्यादा तनाव में हैं तो अपने को आराम में लाने के लिये सोशल मीडिया पर कनेक्ट करें, दोस्तों से बात करें या फिर खुद तो स्पिरिचुअल या मेडिटेटिव तरीके से रिलैक्स करें.
4- स्ट्रैस को लेकर अपने को थोड़ा फ्लेक्सिबल बनाये. इसका मतलब है कि जब तनाव हो तो उसको और बढ़ाने की बजाय सोचें कि ये जिंदगी का पार्ट है. अगर स्ट्रैस से बहुत ज्यादा बचना है तो उन हालात को समझें और उनसे दूर रहें जिनसे तनाव होता है.
ये भी पढ़ें:
World heart day: हार्ट अटैक आने पर वरदान से कम नहीं ये technic, पर इसकी प्रैक्टिस जरूरी
Protein: ये प्रोटीन नहीं पच रहा तो गेहूं की रोटी भी बिगाड़ देगी सेहत, फिर खाएं क्या
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )