Mustard Oil: घर में खाना बनाने के लिए हम अक्सर सरसों तेल या रिफाइंड ऑयल का यूज करते हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि बाजार में बिकने वाले इस कुकिंग ऑयल जितने धड़ल्ले से हम यूज करते हैं. क्या वह सेहत के लिए ठीक है? साथ ही साथ यह भी सोचते हैं कि मार्केट में मिलने वाले यह तेल असली है या नकली? आजकल मार्केट में इतने सारे तेल के ब्रांड्स मौजूद है कि इनसब के बीच फर्क करना काफी ज्यादा मुश्किल है कि कौन असली है या नकली? इन सब के बावजूद आज हम आपको बताते हैं कि कैसे पता करें कि जिस तेल का आप यूज कर रहे हैं वह आपकी सेहत के लिए ठीक है या नहीं. इस आर्टिकल में आज आपको ऐसे टिप्स देंगे जिसकी मदद से आप आसानी से पता कर सकते हैं कि सरसों तेल असली है या नकली?
मिलावटी सरसों तेल के साइड इफेक्ट
उल्टी और पेट खराब होना
पेट में सूजन होना
पूरे शरीर पर रैसेज होना
ग्लूकोमा और आंखों की रोशनी भी जा सकती है.
दिल और सांस की बीमारी
एनीमिया का खतरा
घर पर ऐसे करें नकली तेल की पहचान
एक शीशे का ट्यूब लें और उसमें 5 ml सरसों का तेल डालें. इसके बाद इसमें 5ml नाइट्रिक एसिड डालें. इन दोनों को अच्छे से मिलाएं. मिलाने के बाद आप देखेंगे कि अगर तेल का रंग गोल्डन से बदलकर ऑरेंज हो जाता है तो समझ जाएं कि तेल मिलावटी है. वहीं अगर तेल का रंग नहीं बदलता तो इसका मतलब तेल असली है.
सरसों तेल जब भी खरीदने जाए इन बातों का ख्याल रखें
सरसों तेल जब भी खरीदने जाएं तो इन बातों का हमेशा ख्याल रखें कि वह अच्छे ब्रैंड और पैक्ड का हो. इसके अलाव सरसों तेल पूरी से पैक्ड हो उस पर FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) का सर्टिफिकेशन जरूर हो. जब भी तेल खरीदें FSSAI सर्टिफिकेशन वाला ही खरीदें.
ये भी पढ़ें: H3N2 Virus: डरा रहा है ये नया वायरस, मगर इसका इलाज तो रसोई में भी छिपा है