Neuro News: रात को ही क्यों आती है नींद और क्यों कुछ लोग चाहकर भी सो नहीं पाते, जानें
Sleepless nights: चाहकर भी रात को नहीं सो पाते और नींद के लिए टैबलेट्स लेते हैं तो यहां दी जा रही जानकारी आपके बहुत काम आएगी...
Melatonin For Good Sleep: नाइट शिफ्ट करने वाले लोगों की बात अगर छोड़ दें तो ज्यादातर लोग रात के समय सोते हैं. क्या कभी मन में खयाल आया कि आखिर नींद रात को ही क्यों आती है, क्यों सूरज ढलने के बाद से ही शरीर की ऊर्जा कम होने लगती है और हम थकान के कारण बिस्तर पर लेट जाना चाहते हैं! इस प्रश्न का उत्तर आपको यहां जानने को मिलेगा. साथ ही आप जानेंगे कि अच्छी नींद के लिए सप्लिमेंट्स लेना किस हद तक सही है.
क्यों आती है रात को नींद
रात के समय हमारे ब्रेन में स्थित पीनियल ग्रंथि से मेलाटोनिन नाम के हॉर्मोन निकलता है. यही हॉर्मोन हमारे दिमाग को शांत करते हुए और शरीर में शिथिलता लाते हुए सोने के लिए प्रेरित करता है. लेकिन जब किन्हीं कारणों से इसका सीक्रेशन कम हो जाता है या बाधित हो जाता है तब नींद ना आने की समस्या होने लगती है. इस स्थिति में डॉक्टर्स जहां जरूरी होता है, वहां नींद लाने वाली टैबलेट्स पेशेंट्स को देते हैं.
लेकिन कुछ पेशेंट्स इन टैबलेट्स पर निर्भर हो जाते हैं या हो जाना चाहते हैं. ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ लोग अपनी लाइफ से उन कारणों को नहीं हटाना चाहते, जो नींद के चक्र को डिस्टर्ब करती हैं. जैसे, लेट नाइट पार्टीज करना, सुबह को देर तक सोना, दोपहर में कई घंटे की नींद लेना, कैफीन का अधिक मात्रा में सेवन, स्मोकिंग बहुत अधिक करना इत्यादि.
यदि आप भी नींद लाने के लिए मेलाटोनिन सप्लिमेंट्स का उपयोग कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि इसकी ओवर डोज या अधिक लंबे समय तक सेवन आपकी सेहत पर कई नकारात्मक असर डाल सकता है. इसलिए डॉक्टर द्वारा जितनी डोज बताई गई हो, सिर्फ उतनी ही डोज लें और जितने दिन के लिए सजेस्ट किया गया हो सिर्फ उतने दिन ही सेवन करें. इसकी अधिक मात्रा से किस तरह की समस्याएं हो सकती हैं, यहां जानें...
मेलाटोनिन की ओवर डोज के नुकसान
- शरीर में थकान रहना
- हर समय नींद आना
- ऊर्जा की कमी महसूस होना
- सिरदर्द की समस्या रहना
- ब्लड प्रेशर कम होना
- पेट गड़बड़ रहना
- जोड़ों में दर्द होना
- एंग्जाइटी की समस्या
- स्ट्रेस रहना
मेलाटोनिन अधिक लेने के लक्षण
- चिड़चिड़ापन बन जाना
- सांस लेने में कठिनाई होना
- मन खराब रहना
- उदासी रहना
- पेट में ऐंठन होना
- लूज मोशन लगना
- सीने में भरीपन या दर्द की समस्या
कितनी मात्रा है सही
एक दिन में 1 से लेकर 5 मिलीग्राम मेलाटोनिन का सेवन ही करना चाहिए. लेकिन ध्यान रखें कि इस दवाई को हर दिन नहीं लेना है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, सप्ताह में 2 से 3 मेलाटोनिन टैबलेट्स लेना पर्याप्त रहता है. बच्चों और बड़ों के लिए अलग-अलग स्थिति में इसकी डोज अलग-अलग हो सकती है. हालांकि बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के ये दवाएं लेना थोड़ा मुश्किल होता है. लेकिन यदि आप अरेंज कर लेते हैं तब भी डॉक्टर की सलाह के बिना इनका सेवन करना हानिकारक हो सकता है. इसलिए फिजिशियन, सायकाइट्रिस्ट या न्यूरो से जरूर मिलें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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