सौंठ से लेकर छाछ तक...आंतों में न्यूट्रिऐंट्स सोखने की क्षमता बढ़ाते हैं ये 5 फूड्स
Healthy Intestine: आपका लीवर जिस फूड को डायजेस्ट करके उसे लिक्विड फॉर्म में तैयार करता है, उस लिक्विड से न्यूट्रिऐंट्स सोखने का काम आपकी आंतें करती हैं. इसी से शरीर को एनर्जी मिलती है.
How To Keep Your Intestine Healthy: सर्दी के मौसम में हेल्दी रहने के लिए ड्राई फ्रूट्स से लेकर हरी सब्जियां, ताजे फल जैसी बहुत सारी हेल्दी चीजें हम सभी खाते हैं. ताकि ठंड के कारण बीमार ना पड़ें. हालांकि, ये सबकुछ खाने के बाद भी आपको इनका फायदा नहीं मितला है अगर आपकी आंतें ठीक से काम ना कर रही हों तो. इसलिए आपके खाए हुए भोजन का पूरा न्यूट्रिशन लेने और बॉडी को एनर्जेटिक करने के लिए जरूरी है कि आप अपनी आंतों को हेल्दी बनाए.
ऐसा करने के लिए आपको आमतौर पर कोई दवाई खाने की जरूरत नहीं होती है. बल्कि अपनी डायट में कुछ ऐसी चीजों को ऐड करना होता है, जो आतों की अब्जॉरर्वशन पॉवर यानी सोखने की क्षमता को बढ़ाते हैं. आपको याद दिला दें कि आपका लीवर जिस फूड को डायजेस्ट करके उसे लिक्विड फॉर्म में तैयार करता है, उस लिक्विड से न्यूट्रिऐंट्स सोखने का काम आपकी आंतें करती हैं. इसी से शरीर को एनर्जी मिलती है. यहां जानें, हेल्दी इनटेस्टाइन के लिए आपको कौन-से टेस्टी फूड्स खाने चाहिए...
आंतों को स्वस्थ रखने के लिए क्या खाएं?
- छाछ
- मिश्री
- अदरक
- गाय का घी
- धनिया-जीरा-सौंफ की चाय
कब और कैसे करना है सेवन?
यहां जो 5 चीजे बताई गई हैं, इनमें छाछ को छोड़कर आप बाकी सभी चीजों का सेवन दिन में किसी भी समय कर सकते हैं. लेकिन सर्दी हो या गर्मी छाछ का सेवन कभी भी दोपहर के बाद नहीं करना चाहिए. डिटेल्स यहां जानें...
छाछ का सेवन कैसे करें?
आंतों को हेल्दी रखने के लिए आप नमकीन छाछ में सरसों तेल के साथ हींग और जीरे का तड़का लगाकर इसका सेवन करें. इस छाछ को दोपहर के भोजन के साथ या भोजन करने के आधा घंटा बाद भी पी सकते हैं. लेकिन दोपहर के बाद छाछ का सेवन शरीर में दर्द की समस्या को बढ़ा सकता है.
कब और कैसे खाएं मिश्री?
आंतों को हेल्दी रखने में मिश्री बहुत लाभकारी होता है. आपके मन में यह सवाल आ सकता है कि मिश्री और चीनी में क्या अंतर है? क्या मिश्री की जगह चीनी नहीं खा सकते, देखने में तो दोनों एक जैसी ही लगती हैं, सिर्फ क्रिस्टल के साइज का ही तो अंतर है. ऐसे में अभी के लिए आप सिर्फ इतना जान लीजिए कि इन्हें बनाने के प्रोसेस में थोड़ा अंतर होता है, जिससे इनके स्वाद और गुणों में भिन्नता आ जाती है. खाने के बाद कुछ मीठा खाने का मन है तो आप मिश्री का सेवन कर सकते हैं. सौंफ के साथ मिश्री खा सकते हैं. दूध में भी इसका यूज कर सकते हैं.
धनिया-जीरा और सौंफ की चाय
इस चाय के साथ आप अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं. खाना खाने के आधा घंटा बाद जब चाय पीने का मन हो तब आप इसका सेवन कर सकते हैं. ये चाय आपकी आंतों को हेल्दी रखने के साथ ही ब्लोटिंग की समस्या से बचाती है, मितली आने की समस्या दूर रखती है, ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है और महिलाओं को पीरियड्स क्रैंप्स से बचाती है.
आंतों के लिए हेल्दी फूड है अदरक
- गीला अदरक तो आप चाय, सब्जी और इसका पेस्ट बनाकर दूसरे फूड्स में यूज करते ही हैं. लेकिन जब अदरक को छाया में सुखा लिया जाता है तो सूखे हुए इस अदरक को सौंठ कहते हैं. इसका चूर्ण बनाकर कई आयुर्वेदिक दवाओं में भी उपयोग किया जाता है. आप गीला और सूखा अदरक अपनी डेली डायट में जैसे जी चाहे उपयोग करें. ये आंतों को साफ करने और हेल्दी रखने में मदद करता है.
- किसी सफर के दौरान जब आप गीला अदरक नहीं रख सकते हैं तो सौंठ या इसका चूर्ण अपने साथ रखें. इसे मिश्री के साथ मिलाकर खाना खाने के बाद यूज करें. रात को सोने से पहले सौंठ और मिश्री के आधा चम्मच मिक्स को दूध या गर्म पानी के साथ खाकर सोएंगे तो गला खराब नहीं होगा, डायजेशन अच्छा होगा और सर्दी संबंधी बीमारियां नहीं होंगी.
गाय का घी
आंतों की हेल्थ और क्लीनिंग के लिए आप गाय के घी का सेवन अपनी डेली डायट में करें. दाल और सब्जी में इस घी को ऊपर से डालकर खाएं. चपाती में लगाकर खाएं. सुबह की पहली चाय या कॉफी में एक चम्मच गाय का घी मिलाकर पिएं. आंतों की सेहत और पूरा पाचन तंत्र एकदम मस्त तरीके से काम करेगा. आंतों की सोखने की क्षमता क्यों कम हो जाती है और आंतों में क्यों हो जाते हैं छाले, इस बारे में यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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