Women Health Benefits Of Breast Feeding: जन्म के बाद पहली बार आप अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराना चाहते हैं या फॉर्म्यूला मिल्क देना चाहते हैं, यह आपका अपना व्यक्तिगत निर्णय होता है. कोई भी, यहां तक कि डॉक्टर भी आप पर इस बारे में अपना कोई डिसिजन थोप नहीं सकते. लेकिन हमेशा ही डॉक्टर आपको यह सलाह देंगे कि आप अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराएं. ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराना न्यू-बॉर्न बेबी और उसकी मदर दोनों की अच्छी सेहत के लिए ही बहुत जरूरी होता है.


बच्चे को मां का दूध मिले तो उसकी सेहत को किस तरह से लाभ मिलता है और फीडिंग कराने वाली मां को किस तरह से फायदा मिलता है, इस बारे में यहां बताया जा रहा है. इस विषय पर पढ़ते हुए आप सोचेंगे कि ये तो सबको पता है कि बच्चे को मां का दूध पिलाना चाहिए क्योंकि यह बहुत गुणकारी होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा होते हुए भी कुछ महिलाएं अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराने की जगह फॉर्म्यूला मिल्क पिलाना क्यों पसंद करती हैं? यहां जानें...


क्यों फॉर्म्यूला मिल्क चुनती हैं महिलाएं?



  • महिलाएं बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग कराने की जगह फॉर्म्यूला मिल्क कई कारणों से चुनती हैं...

  • उन्हें बच्चे को दूध पिलाने का सही तरीका नहीं पता

  • अपना फिगर खराब होने का डर सताता है

  • ब्रेस्ट स्किन लूज होने की सोच ही उन्हें डरा देती है

  • फिगर खराब हुई तो हसबैंड का इंट्रस्ट कम हो जाएगा, यह सोच इन्हें परेशान करती है

  • कुछ महिलाएं एल्कोहॉल और स्मोकिंग को मिस कर रही होती हैं इसलिए बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग से दूर रखती हैं. ताकि इनके द्वारा कंज्यूम की गई चीजों का बच्चे की सेहत पर बुरा असर ना पड़े.


ब्रेस्ट फीडिंग से महिलाओं को होने वाले फायदे



  • आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सही है कि प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ा हुआ वजन कम करने में ब्रेस्ट फीडिंग का बड़ा रोल होता है. जो महिलाएं बच्चे को अपना दूध पिलाती हैं, उनका वजन ऐसा ना करने वाली महिलाओं की तुलना में ज्यादा आसानी से कम हो जाता है.

  • जो महिलाएं बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं, उनमें ऐसा ना कराने वाली महिलाओं की तुलना में डायबिटीज का खतरा काफी कम हो जाता है. खास बात यह है कि जिन बच्चों को मां का दूध पर्याप्त समय तक पीने को मिलता है, इनमें भी शुगर की बीमारी होने का खतरा कम होता है.

  • जिन महिलाओं को पहले से शुगर है यदि ये सभी सावधानियों को बरतते हुए बच्चे को जन्म देती हैं और फिर स्तनपान कराती हैं तो इन्हें अपनी शुगर को कंट्रोल रखने के लिए इंसुलिन की बहुत अधिक आवश्यकता नहीं होती है.


बच्चे को कितने दिन ब्रेस्ट फीडिंग करानी चाहिए?



  • हर बच्चे को कम से कम 6 महीने तक मां का दूध मिलना चाहिए. इससे बच्चे और मां दोनों की सेहत अच्छी रहती है. लेकिन यदि संभव हो तो आप बच्चे को एक साल की उम्र तक ब्रेस्ट फीडिंग कराएं. 

  • ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ा यह सच हर महिला को पता होना चाहिए कि जब आप बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराना बंद कर देती हैं तो मिल्क का बनना अपने आप बंद हो जाता है. क्योंकि आपके ब्रेन को इसके लिए सिग्नल नहीं मिलते इसलिए यह मिल्क ग्लैंड्स को दूध बनाने के लिए सिग्नल नहीं देता है. यानी जब आप बच्चे को दूध पिलाना बंद कर देती हैं तो धीरे-धीरे दूध बनना भी बंद हो जाता है.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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