कोरोना संक्रमित मरीजों को डॉक्टर्स काफी मात्रा में स्टेरॉयड (Steroid) दे रहे हैं. ऐसे में बहुत सारे कोविड के मरीजों में ब्लड शुगर बढ़ा हुआ पाया गया है. इससे डॉक्टर्स की चिंता भी बढ़ गयी है. अब हेल्थ एक्सपर्ट्स स्टेरॉयड्स के इस्तेमाल को कम करने की सलाह दे रहे हैं. स्टेरॉयड के ज्यादा इस्तेमाल से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा पैदा हो रहा है. दरअसल स्टेरॉयड बॉडी को इंसुलिन प्रतिरोधी भी बनाते हैं. इससे हमारे शरीर में इंसुलिन तो बनता है, लेकिन ब्लड शुगर बढ़ने की वजह से ये काम नहीं करता. कई मामलों में बीमार पड़ने के बाद भी शरीर में ब्लड शुगर बढ़ जाता है. 


हालांकि इस तरह बढ़ने वाले ब्लड शुगर में ये अच्छी बात है कि इस ब्लड शुगर को आसानी से कंट्रोल भी किया जा सकता है. हालांकि कई लोगों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने में समय लगता है लेकिन कुछ लोग खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके ही इसे कंट्रोल कर सकते हैं. यहां ये ध्यान रखना जरूरी है कि हर व्यक्ति पर इसका एक जैसा असर नहीं होता. आइये जानते हैं आपको ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए क्या करना चाहिए.


1- डॉक्टर से सलाह लें- अगर आप कोरोना से संक्रमित हैं तो नियमित रुप से अपना ब्लड शुगर चेक करते रहें. अगर आप ठीक हो गए हैं तो भी आपको नियमित रूप से अपना ब्लड शुगर चेक करते रहें. ऐसा उन सभी मरीजों के लिए जरूरी है जो कोरोना से गुजर रहे हैं या ठीक हो चुके हैं. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल हाई है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है. आप अपने डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लेकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं.


2- सीलोन दालचीनी पाउडर- ब्लड शुगर बढ़ने पर हमें दालचीनी का इस्तेमाल अपने खाने में करना चाहिए. दालचीनी में Coumarin नाम का एक यौगिक होता है ग्लाइसेमिक कंट्रोल में मदद करता है. दालचीनी से शरीर में कोशिकाओं के जरिए ग्लूकोज लेने में मदद मिलती है, जिससे शुगर का लेवल कम होता है. डायबिटीज के मरीजों को दिन में ½ - 1 चम्मच दालचीनी का सेवन करना चाहिए. आप दही या खाने दालचीनी का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा आप फलों के ऊपर डालकर भी खा सकते हैं. रात को दूध में भी एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि दालचीनी का उपयोग करते वक्त ध्यान रखें कि सीलोन दालचीनी का ही उपयोग करें. अगर आप कैसिया प्रजाति की दालचीनी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इससे लिवर को नुकसान हो सकता है. 


3- फाइबर युक्त भोजन- डायबिटीज के मरीजों को खाने में फायबर युक्त पदार्थ शामिल करने चाहिए. आपको खाने में मल्टीग्रेन आटा, बाजरे का आटा, रागी आटा या चोकर वाला गेहूं का आटा इस्तेमाल करना चाहिए. इससे ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती ही है. इसके अलावा मल्टीविटामिन और खनिज भी आपकी डाइट में पर्याप्त होने चाहिए. खाने में छिलके वाले फल और सब्जियां शामिल करें. खान में मीठे फल जैसे तरबूज और लीची का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इससे शुगर लेवल बढ़ सकता है. ताजा फलों का जूस भी आप पी सकते हैं. इससे ब्लड शुगर नहीं बढ़ता. अगर आपको आम पसंद है तो सिर्फ दिन में आधा आम ही खाएं. फाइबर और प्रोटीन के लिए दाल, अंडे, लीन चिकन, लो फैट मिल्क, छाछ, दही, और ऑर्गेनिक कोल्ड प्रेस्ड ऑयल से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है. 


4- सेब का सिरका- एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए भी किया जाता है. आपको सोने से पहले 1-2 चम्मच सेब का सिरका पानी में डालकर पीने से सुबह खाली पेट ब्लड शुगर का लेवल कम करता है. इसके अलावा आप दिन में काने के बाद 1 चम्मच सेब का सिरका पानी में मिलाकर पी सकते हैं. हां आपके लिए पूरे दिन में 2 चम्मच सिरका ही काफी है. आप चाहें तो इसे सलाद मे डालकर भी खा सकते हैं. सिरका से ब्लड शुगर कम होता है फिर चाहे वो चावल का सिरका ही क्यों न हो. विदेशों में सिरके का इस्तेमाल खाने में बहुत ज्यादा किया जाता है. सिरका में एसिटिक एसिड होता है जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित करने में आसानी होती है.