Diabetes Prevention Tips: जिन लोगों के पैरेंट्स को डायबिटीज की समस्या होती है, उनमें यह बीमारी होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है. हेरिडिटी यानी अनुवांशिकता के माध्यम से मिलने वाली इस तरह की शुगर को डायबिटीज टाइप-1 कहा जाता है. जिन लोगों के पैरेंट्स को शुगर होती है, उन लोगों को शुगर होने का खतरा ऐसे लोगों की तुलना में कहीं अधिक होता है, जिनके पैरेंट्स को यह समस्या नहीं होती है. हालांकि आप चाहें तो अनुवांशिकता में मिलने वाली इस बीमारी से भी अपना पीछा छुड़ा सकते हैं और लाइफ को पूरी तरह नॉर्मल तरीके से जी सकते हैं. इसके लिए आपको इन बातों पर सख्ती से ध्यान देना होगा...


डायबिटीज से बचने के लिए क्या करें?



  • शुगर को एक ऐसी बीमारी माना जाता है, जिसका कोई इलाज नहीं है. हालांकि आयुर्वेद ऐसा नहीं मानता है क्योंकि आयुर्वेद में शुगर को तीन तरह की बीमारी माना गया है, जिनमें दो तरह की शुगर का इलाज संभव है और व्यक्ति पूरी तरह ठीक हो सकता है.

  • कुछ लोगों को हेरिडिटी के कारण कम उम्र में ही शुगर की समस्या हो जाती है. ये भी अपनी डायट और लाइफस्टाइल को मैनेज रखते हुए बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं. लेकिन जिनकी हेरिडिटी में डायबिटीज है और अभी तक उन्हें इस बीमारी का असर दिखना शुरू नहीं हुआ है तो यहां बताई गई विधियां अपनाकर आप ताउम्र इस बीमारी से बच सकते हैं...


डायबिटीज से बचने के उपाय क्या हैं?



  • दिन की शुरुआत पानी के साथ करें. सुबह उठकर कम से कम 2 से 3 गिलास पानी जरूर पिएं. दिनभर में कम से कम ढाई लीटर पानी जरूर पीना है. ये बॉडी से टॉक्सिन्स निकालने का काम करता है.

  • रात को एक चम्मच मेथी दाना पानी में भिगोकर रखें और फिर इसे सुबह खाली पेट चबाकर खा लें. जो पानी आपने सुबह पिया है उसके 20-25 मिनट बाद खा सकते हैं. लेकिन कुछ और नहीं खाना है. आप चाहें तो पानी पीने के तुरंत बाद भी खा सकते हैं.

  • हर दिन एक्सर्साइज और वॉक जरूर करनी है. ये दोनों आपको सिर्फ फिट रहने में मदद नहीं करतीं बल्कि ब्लड में ग्लूकोज के स्तर को मेंटने रखकर शुगर लेवल बढ़ने से भी बचाती हैं. इसलिए इन्हें जरूर करना है. 

  • खाना खाने के बाद कभी भी मीठा ना खाएं. आपको जब भी कुछ मीठा खाना हो हमेशा खाने से पहले खाएं. खाने के बाद स्वीट क्रेविंग हो तो सिर्फ और सिर्फ सौंफ और मिश्री का सेवन करें.

  • कभी भी ओवर इटिंग ना करें और बहुत अधिक मात्रा में मीठा ना खाएं. स्ट्रेस भी आपके लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है क्योंकि ये हॉर्मोनल इंबैलेंस बढ़ाता है और इनडायरेक्ट तरीके से शुगर को ट्रिगर कर सकता है. इसलिए मेडिटेशन का समय जरूर निकालें और मन को शांत बनाए रखें.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: तेजी से फैलते वायरस के बीच हजारों लोग हुए क्वारंटाइन...मारबर्ग वायरस पर ऐक्शन में WHO, भारतीय वैज्ञानिक ने कही ये बात