Corona Prevention Tips: कोरोना एक बार फिर बढ़ने लगा है. सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि सर्दी के मौसम में खांसी-जुकाम-बुखार जैसी समस्याएं होती ही हैं, ऐसे में लोग कोविड को इग्नोर भी कर रहे हैं. साथ ही कोल्ड और कफ के दौरान कोविड वायरस को आपके शरीर के अंदर अपनी संख्या तेजी बढ़ाने का माहौल मिल जाता है.
एक बार फिर से आपको याद दिला दें कि शरीर में जाने के बाद कोरोना वायरस अपनी संख्या तेजी से बढ़ाने के लिए अपनी कॉपीज बनाने लगता है. और सबसे पहले बॉडी की इम्युनिटी पर अटैक करता है. ऐसे में अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होगी तो शरीर के अंदर का पूरा मैकेनिज़म कोविड की चपेट में आ जाएगा. इससे बचने के लिए आपको अपनी इम्युनिटी को पहले से ही स्ट्रॉन्ग करना होगा और इसके लिए अपनी डेली डायट में कुछ नैचरल हर्ब्स को शामिल करना बहुत जरूरी है. इनके बारे में यहां आपको बताया जा रहा है...
कौन-सा है कोरोना का नया वैरिएंट?
इस समय चीन में कोरोना का जो वायरस कहर बरपा रहा है, उसका नाम है BF.7 और इसके साथ सबसे बुरी बात ये है कि अब तक कोविड के जितने भी वैरिएंट आए हैं, ये उनमें सबसे अधिक तेजी से फैलने वाला वैरिएंट माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीएफ.7 से एक व्यक्ति संक्रमित हुआ तो 18 लोगों तक में संक्रमण फैला सकता है. बीएफ.7 ओमिक्रोन का ही सब-वैरिएंट है. आप इसे कोविड-19 की चौथी पीढ़ी का वैरिएंट कह सकते हैं, जिसने बहुत अधिक दहशत फैलाई है. हालांकि इसका संक्रमण अभी हमारे देश में बेहद सीमित है लेकिन चीन से जिस तरह के खबरें सामने आ रही हैं, उनसे डर का माहौल बना हुआ है.
किन चीजों को खाने से होगा कोरोना से बचाव?
- कोरोना से बचाव के लिए आप ऐसे फूड्स अपनी डेली डायट में शामिल करें, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं और आपको कोल्ड-कफ फीवर होने से रोकें. क्योंकि जब आप इन मौसमी बीमारियों से बचे रहेंगे तो कोरोना जल्दी से हावी नहीं हो पाएगा और आप डेली डायट में यहां बताई जा रही चीजों का सेवन करेंगे तो कोरोना के प्राइमरी सिंप्टम्स भी नहीं पनप पाएंगे. इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होगी तो कोविड अपनी कॉपीज नहीं बना पाएगा.
- मास्क का यूज जरूर करें और हैंड सैनिटाइजर की आदत को डाल लें. ऐसा करने से वायरस लोड कम होगा और अगर आप कोरोना संक्रमण के संपर्क में आएं भी लेकिन वायरस लोड कम होगा तो आपको बहुत जल्दी इस संक्रमण से छुट्टी मिल जाएगी. अब जानें किन चीजों को खाने से कोरोना से बचाव होगा...
- मुलेठी और शहद का सेवन दिन में एक बार जरूर करें. एक चम्मच शहद लें और इसमें एक चौथाई चम्मच मुलेठी चूर्ण मिला लें, फिर इसे धीरे-धीरे उंगली से चाटकर खाएं. ये आपको रेस्पेरेट्री सिस्टम यानी श्वसन तंत्र संबंधी इंफेक्शन नहीं होंगे.
- हल्दी वाला दूध पिएं. हर रोज रात को खाना खाने के दो घंटे बाद एक गिलास दूध में आधा चम्मच ह्लदी पाउडर मिलाकर पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.
- तुलसी-अदरक-काली मिर्च-गुड़, इन्हें मिलाकर चाय तैयार करें और दिन में एक बार इसका सेवन जरूर करें. इससे डायजेशन और इम्युनिटी दोनों बेहतर बनते हैं.
- यदि गले में खराश लगे या आप किसी कोल्ड, फीवर से जैसे संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आए हों तो ऊपर बताए गए किसी भी एक नुस्खे को तुरंत फॉलो करें.
- गले में दर्द या खराश की समस्या हो रही हो तो रात को ब्रश करके सोएं और सोते समय मुंह में लौंग डाल लें. इसे दांत के साइड में दबा लें और पूरी रात मुंह में डालकर रखने से खराश भी ठीक होगी और गले का संक्रमण भी नहीं बढ़ेगा.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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