Benefits Of Gulkand Water: गुलकंद अधिकांश लोगों ने खाया ही होगा. पान के साथ अक्सर गुलकंद का इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के तौर पर किया जाता है. इसे शौक से खाने वाले लोग भी ये कम ही जानते होंगे कि पेट से जुड़े कई तरह के रोगों को दूर करने में गुलकंद कारगर है. गुलकंद पेट में बनने वाले पीएच को बैलेंस करता है जिससे गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी में काफी हद तक राहत मिलती है. आपको सिर्फ ये जानना है कि गुलकंद को किस तरह बनाया और इस्तेमाल किया जाता है.
ऐसे करें इस्तेमाल
गुलकंद आप बहुत आराम से घर में बना सकते हैं. ताजे गुलाब की पंखुड़ियां को अच्छे से धोकर कांच के जार में रखें. इसे धूप में रख कर सुखा लें. वैसे गुलकंद में शक्कर भी डाली जाती है. लेकिन डाइट कॉन्शियस या शुगर होने पर आप सिर्फ पत्तियों को सुखा लें. रोज रात में सोने से पहले गुलकंद को गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं. चाहें तो शहद भी मिक्स कर सकते हैं.
गुलकंद के फायदे
गुलकंद के पानी से शरीर में वात और पित्त का बैलेंस बना रहता है. जिसकी वजह से पेट में पीएच बैलेंस बना रहता है. पैरों के तलुवों में जलन, खुजली की शिकायत भी कम होती है. गुलकंद का पानी पीने से गैस और ब्लोटिंग दोनों में राहत मिलती है. गुलकंद के पानी से पेट को ठंडक तो मिलती ही है एसिडिक बाइल जूसेस भी संतुलित मात्रा में ही बनते हैं. उन्हें ज्यादा एसिडिक होने से रोकने में गुलकंद का पानी कारगर होता है. जिसकी वजह से एसिडिटी भी कम होती है. पेट के लिए ये एक एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व की तरह काम करता है.
गुलकंद के पानी से ब्लड सर्कुलेशन भी सामान्य होता है. शरीर हाईड्रेट भी रहता है. जिसका असर स्किन पर नजर आता है. गुलकंद के पानी की वजह से स्किन पर एक्ने और मुहांसे भी कम नजर आते हैं. जिन्हें मुंह में छाले होते हैं उन्हें भी गुलकंद का पानी पीना चाहिए. गुलकंद का पानी मुंह के लिए एंटीबैक्टीरियल दवा की तरह काम करता है. साथ ही ये पाचन को ठीक करता है. जिस वजह से भी मुंह में छाले कम होते हैं.