सेक्सुअली एक्टिव होने के बाद भी ले सकते हैं HPV वैक्सीन? ये रहा जवाब
सेक्सुअली एक्टिव होने के बाद भी ले सकते हैं HPV वैक्सीन? जी हां सेक्सुअली एक्टिव महिला एचपीवी वैक्सीन ले सकती हैं. कई रिसर्च में HPV वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित पाया गया है.
सेक्सुअली एक्टिव होने के बाद भी ले सकते हैं HPV वैक्सीन? जी हां सेक्सुअली एक्टिव महिला एचपीवी वैक्सीन ले सकती है. कई रिसर्च में HPV वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित पाया गया है. कुल मिलाकर बात यह है कि इसके साइड इफेक्ट्स हल्के होते हैं. HPV वैक्सीन के सबसे आम साइड इफेक्ट्स में इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, सूजन या रैशेज हो सकते हैं. कभी-कभी शॉट के बाद चक्कर आना या बेहोशी आ जाती है. शॉट के बाद 15 मिनट तक बैठे रहने से बेहोशी का जोखिम कम हो सकता है. सिरदर्द, मतली, उल्टी, थकान या कमज़ोरी भी हो सकती है.
एचपीवी को लेकर जितने भी रिसर्च किए गए उसमें ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है कि सेक्सुअली एक्टिव वाले के लिए कोई खास कंडीशन है. हां, एचपीवी वैक्सीन मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) से सुरक्षा प्रदान करती है. जो एक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (एसटीआई) है जो त्वचा से त्वचा के संपर्क के माध्यम से फैलता है.
एचपीवी क्या है?
एचपीवी 200 से अधिक वायरसों का एक समूह है. जिसमें 40 से अधिक प्रकार सेक्स के माध्यम से फैलते हैं। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे आम एसटीआई है और 80% यौन रूप से सक्रिय लोगों को किसी न किसी समय एचपीवी संक्रमण होगा.
CDC और FDA असामान्य या गंभीर समस्याओं के लिए वैक्सीन की निगरानी करते रहते हैं. क्या बच्चे को स्कूल जाने के लिए HPV वैक्सीन लगवाना ज़रूरी है? HPV वैक्सीन नियमित बचपन के वैक्सीन शेड्यूल का हिस्सा है. अमेरिका में हर राज्य तय करता है कि स्कूल में उपस्थिति के लिए उस शेड्यूल से कौन से टीके ज़रूरी हैं. क्या HPV वैक्सीन से कोई स्वास्थ्य जोखिम या दुष्प्रभाव होता है?
क्या HPV वैक्सीन लगवा चुकी महिलाओं को अभी भी पैप टेस्ट करवाने की ज़रूरत है?
हां, HPV वैक्सीन पैप टेस्ट की जगह नहीं लेती. 21 साल की उम्र से नियमित पैप टेस्ट के ज़रिए सर्वाइकल कैंसर की जांच करवाना निवारक स्वास्थ्य सेवा का एक ज़रूरी हिस्सा है. अगर आपको सर्वाइकल कैंसर के कोई भी लक्षण नज़र आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. कुछ लक्षणों में सेक्स के बाद, पीरियड्स के बीच या रजोनिवृत्ति के बाद योनि से खून आना, पैल्विक दर्द, या सेक्स के दौरान दर्द शामिल हैं.
ह्यूमन पेपिलोमावायरस जिसे HPV भी कहा जाता है. सेक्सुअली एक्टिविटी ज्यादा होने के कारण फैलता है. HPV के कुछ स्ट्रेन जननांग मस्से का कारण बनते हैं. HPV के अन्य स्ट्रेन कैंसर का कारण बन सकते हैं. शरीर HPV को ढूंढ़कर उसे बाहर निकाल सकता है. लेकिन अगर वायरस लंबे समय तक शरीर में रहता है. तो यह कैंसर का कारण बन सकता है. HPV के खिलाफ़ टीका लगवाने से पुरुषों और महिलाओं में कैंसर को रोकने में मदद मिलती है.
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एचपीवी वैक्सीन किसे नहीं लगवानी चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान एचपीवी वैक्सीन नहीं दी जाती है. यदि किसी व्यक्ति को पहले एचपीवी शॉट के बाद एलर्जी की प्रतिक्रिया हुई हो या यदि किसी व्यक्ति को गंभीर. जानलेवा एलर्जी हो तो उसे एचपीवी वैक्सीन की सलाह नहीं दी जाती है. साथ ही, जो लोग मध्यम या गंभीर रूप से बीमार हैं, उन्हें एचपीवी के लिए टीका लगवाने से पहले तब तक इंतजार करना चाहिए जब तक वे बेहतर महसूस न करें.
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