देश और दुनिया में कोरोना वायरस का कहर बना हुआ है. रोजोना कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच मेयो क्लिनिक के एक नए अध्ययन में कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होना अब असामान्य है, जहां टीकाकरण के बाद एक हजार में से एक मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कोरोना वैक्सीन से लोगों को काफी फायदा देखने को मिला है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, क्लिनिकल इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि टीकाकरण वाले मरीजों के लिए अस्पताल में भर्ती होने की दर 0.06 प्रतिशत या 10,000 रोगियों में से छह थी और और जिन्होंने वैक्सीन प्राप्त की है, उनमें 10000 में से एक है.
अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम बहुत कम
मेयो क्लिनिक में सेंटर फॉर द साइंस ऑफ हेल्थ केयर डिलीवरी के एक शोधकर्ता लीड लेखक बेंजामिन पोलक ने कहा, "जिन व्यक्तियों को टीका लगाया गया है, उन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम बहुत कम है." हमारे अध्ययन से पता चलता है कि जो व्यक्ति टीका लगवाए हैं, उन्हें भी कोविड हो सकता है, लेकिन ये घटनाएं बेहद असामान्य हैं.
विज्ञप्ति के अनुसार, शोधकर्ताओं ने रोचेस्टर में मेयो क्लिनिक में 1,06,349 रोगियों पर अध्ययन किया, जिनकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक थी और वे कोविड-19 से संक्रमित मिले थे और उन्हें कोविड टीका लगाया गया था. अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि उन रोगियों में से केवल 69 को ही कोविड-19 संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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