Best Mask For HMPV Safety : देश में HMPV वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, इस वायरस का सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को है. इसके लक्षण कोरोना वायरस से काफी हद तक मेल खाते हैं. एचएमपीवी वायरस का गंभीर संक्रमण होने पर निमोनिया और ब्रोंकाइटिस का खतरा है. डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल इस वायरस को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है.
बस सतर्क रहने की जरूरत है. दरअसल,कोरोना वायरस की तरह ही HMPV से बचने का भी सबसे बड़ा हथियार मास्क है. एक्सपर्ट्स मास्क पहनने की अपील कर रहे हैं. बाजार में भी कई तरह के मास्क फिर दिखने लगे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि कौन से मास्क एचएमपीवी वायरस से सबसे ज्यादा बचाने में मदद कर सकते हैं.
मास्क क्यों हैं सबसे बेहतर
मास्क की मदद से आप किसी को सांस से निकली बूंदों से संक्रमित होने और खुद को भी आसानी से बचा सकते हैं. खांसते या छींकते या फिर बातचीत के दौरान मास्क वायरस की बूंदों को ट्रैप कर दूसरों तक पहुंचने से रोकता है. जिससे संक्रमित होने की आशंका कम हो जाती है. बाजार में कई तरह के मास्क उपलब्ध हैं. ऐसे में सही मास्क चुनकर खुद को और दूसरों को सुरक्षित कर सकते हैं.
HMPV वायरस से बचने कौन सा मास्क सबसे अच्छा
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि घर में बने यानी होम मेड मास्क हो या सर्जिकल मास्क ये सुविधाजनक तो हैं लेकिन ये उतने कारगर नहीं जितने होने चाहिए. कपड़े के मास्क एचएमपीवी जैसे सांस से जुड़े संक्रमण को सीमित सुरक्षा ही दे पाते हैं. वे बड़ी सांस की बूंदों को रोक सकते हैं लेकिन वायरस ले जाने वाले छोटे कणों को फ़िल्टर करने में कम प्रभावी होते हैं. सर्जिकल मास्क इनसे ज्यादा प्रभावी होते हैं.
उन्हें बड़ी बूंदों और कुछ छोटे कणों को रोकने के लिए बनाया गया है लेकिन उनका ढीला फिट कुथ तरह के अनफिल्टर्स हवा को किनारों पास होने देता है, जिससे ये ज्यादा इफेक्टिव नहीं हो पाते हैं. सबसे बढ़िया मास्क N95 रेस्पिरेटर्स है, जो कम से कम 95% कणों को फिल्टर करने के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें कुछ महीन कण भी शामिल हैं. एन95 मास्क खासकर भीड़ जैसी जगहों के लिए बेस्ट है.
N95 मास्क सबसे अच्छा क्यों है
एन95 मास्क छोटे पार्टिकल्स (0.3 माइक्रॉन्स) को करीब 95% तक रोक लेता है, जिन्हें रोकना आमतौर पर काफी मुश्किल होता है. ये मास्क सिंगल यूज होते हैं. इन्हें पॉलिएस्टर और दूसरे सिंथेटिक फाइबर्स से बनाए जाते हैं. इसमें फाइबर की एक लेयर ही होती है जो फिल्टर कर कणों को रोकती है. कुछ N95 मास्क में सामने की तरफ एक्जेलेशन वॉल्व भी होते हैं, जिससे सांस लेने परेशानी नहीं होती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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