हैदराबाद में एक मिस्ट्री वायरस ने तहलका मचा कर रखा है. इसके शुरुआती लक्षण तो 'स्वाइन फ्लू', 'एडेनोवायरस' और 'इंन्फ्लूएंजा' की तरह ही है. और यह पीड़ित व्यक्ति के सांस लेने की नली पर आक्रमण करती है. लेकिन असल में यह कौन सा वायरस है इसकी पहचान नहीं हो पाई है. यह वायरस तेजी से पूरे राज्य में फैल रहा है. बच्चों से लेकर वयस्कों के सेहत को यह प्रभावित कर रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक इस मिस्ट्री वायरस से ठीक होने की दर 100 फीसदी है और अभी तक चिंता की कोई बात नहीं है.
इसके अलावा, मरीज 4-5 दिनों में ठीक हो रहे हैं. ILI-SARI (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी-गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी) पर हाल के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, H3N2 संक्रमण श्वसन संक्रमण के 50 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार है. जबकि 7 मई तक कोविड-19 मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई थी. 27 अगस्त को समाप्त सप्ताह तक पिछले कुछ हफ्तों में अत्यधिक संक्रामक वायरस का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था.
इस मिस्ट्री वायरस के लक्षण
गला खराब होना
बहती नाक
बुखार
शरीर में दर्द
सूखी खाँसी
सांस लेने में दिक्कत
विशेषज्ञों के मुताबिक, इनमें से 1-2 फीसदी मरीजों को सांस लेने में काफी ज्यादा तकलीफ का सामना करना पड़ा है. डॉक्टरों ने कहा कि लक्षण अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को को प्रभावित करते हुए नीचले रेस्पिरेटरी ट्रैक तक फैल सकते हैं. इन्फ्लूएंजा ए और बी, स्वाइन फ्लू-एच1एन1, डेंगू और एवियन फ्लू-एच3एन2 में भी गलत सकारात्मक परिणाम आए हैं. इसके अलावा, रहस्यमय वायरस की संरचनात्मक समानता अन्य वायरस बिरादरी के समान है.
मिस्ट्री वायरस से बचाव
खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को ढकें
एन95 मास्क का प्रयोग करें
सामाजिक दूरी बनाए रखें
इन्फ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण
सफ़ाई
तत्काल अलगाव
रहस्यमय श्वसन वायरस का उपचार
विशेषज्ञों ने कहा कि डॉक्टर रोगसूचक उपचार कर रहे हैं और सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. डॉक्टर श्वसन विफलता वाले लोगों का इलाज ओसेल्टामिविर से कर रहे हैं, जो एक एंटी-वायरल दवा है. मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के बाद खुद को हाइड्रेटेड रखने और अलग रहने की भी सलाह दी जाती है.