आपके फैमिली में किसी व्यक्ति को अगर थायराइड है तो आने वाले पीढ़ी में किसी भी बच्चे को होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है. आप अपने लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करें. ऐसे में अपने डाइट का खास ख्याल रखें. कई बार ऐसा होता है कि कुछ लड़कियों को काफी पहले से थायरॉयड की बीमारी रहती है. जिसकी वजह से कंसीव करने में दिक्कत होती है. आज हम बात करेंगे कि अगर कोई महिला थायरॉय से पीड़ित हैं तो उन्हें कंसीव करने से पहले इसका इलाज करवाना जरूरी है.


थायरॉयड की बीमारी इस तरह से कंसीव करने में पहुंचाता है दिक्कत


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सभी ग्लैंड में से थायरॉयड ग्लैंड बेहद महत्वपूर्ण है. थायरॉयड ग्लैंड में किसी भी तरह की गड़बड़ी हुई तो कंसीव करने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है. सिर्फ इतना ही नहीं थायरॉयड ग्लैंड में गड़बड़ी का असर पूरे शरीर पर पड़ता है. डॉक्टरों के मुताबिक थायरॉयड हार्मोन में जब गड़बड़ मचती है तो महिलाओं को फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानी को भी झेलना पड़ता है.


कंसीव करने में थायरॉयड की भूमिका


थायरॉयड ग्लैंड के हर टिश्यूज में मेटाबोलिक लेवल, शरीर के हार्मोन्स के लेवल को बैलेंस करता है. जैसे वजन को कंट्रोल करना, स्ट्रेस, पोषण की कमी और इम्युनिटी संबंधित सभी चीजों को बैलेंस बनाता है. शरीर में एस्‍ट्रोजन एवं प्रोलैक्टिन की मात्रा को थायरॉयड ग्लैंड ही बैलेंस करता है. 


हाइपोथायराइडिज्‍म और हाइपरथायराइडिज्‍म में प्रेगनेंसी


इसमें थायरॉयड ग्लैंड कम काम करने लगती है. इसका अगर सही वक्त पर इलाज नहीं किया जाए तो कंसीव करने में दिक्कत आएगी. अगर इस दौरान किसी को ज्यादा ब्लीडिंग होने लगे तो वो एनीमिया का कारण बनती है. ऐसे में कंसीव करने में दिक्कत होने लगती है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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