ICMR Lungs Cancer Management: लंग्स का कैंसर तेजी से फैलती ऐसी बीमारी है जिसके शिकार बढ़ते ही जा रहे हैं. आपको बता दें कि देश में कैंसर से होने वाली कुल मौतों में दस फीसदी मौतें लंग कैंसर के चलते ही होती हैं. ऐसे में लंग कैंसर के इलाज, जांच और इसकी रोकथाम के संबंध में आईसीएमआर ने मेटा विश्लेषण के लिए रिसर्चर से सुझाव मांगे हैं. आईसीएमआर का कहना है कि लंग कैंसर के इलाज और इसके प्रबंधन से जुड़े सिस्टमेटिक रिव्यू के लिए मेटा एनालिसिस की जरूरत है और इसके लिए रिसर्चरों को रुचि दिखानी होगी.
ICMR की पहल
आईसीएमआर की तरफ से कहा गया है कि भारत में इस बीमारी के इलाज और प्रंबधन के लिए साक्ष्य आधारित दिशा निर्देशों की जरूरत है. ऐसे में इस संबंध में लंग कैंसर की स्क्रीनिंग, जांच और मैनेजमेंट उपलब्ध ना होने की वजह से दिक्कतें हो रही हैं. इस दिशा में सिस्टमेटिक रिव्यू टीम गठित की जाएंगी जो 30 रिव्य क्वेशन्स की पहचान करेंगी. ये प्रश्न लंग कैंसर के डेवलपमेंट ग्रुप की तरफ से गाइडलाइन में दिए जाएंगे. आईसीएमआर ने कहा कि इस वक्त लंग कैंसर की रोकथाम सबसे बड़ी जरूरत है और इसीलिए रिसर्चर लंग कैंसर और इसके संभावित कारणों जैसे तंबाकू सेवन और एयर पॉल्यूशन से इसके संबंध के सबूत खोजने में मदद करेंगे.
एविडेंस बेस्ड गाइडलाइन बनाने की कोशिश
आईसीएमआर ने कहा है कि ये सारी प्रोसेस स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत की जाएगी और ताकि एक साक्ष्य आधारित गाइडलाइन देशवासियों को दी जा सके. इस पहल में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के साथ साथ स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के अधिकारी भी अपने प्रयास शामिल करेंगे. आईएमसीआर की तरफ से कहा गया है कि ये एक मजबूत साइंटिफिक प्रोसेस होगी जो लंग कैंसर के संबंध में की जा रहे सभी तरह के विश्लेषणों को सुनिश्चित करेगी.