रोज- रोज शरीर में होता है दर्द तो हो जाएं सतर्क, आपको हो सकता है फ़िब्रोमाइल्गिया सिंड्रोम
अगर आप नियमित रूप से पीठ गर्दन या पूरे शरीर में व्यापक दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो आपको फ़िब्रोमाइल्गिया की समस्या हो सकती है.
Fibromyalgia Syndrome: शरीर के किसी भी हिस्से में कभी-कभी हल्का दर्द चिंता का कारण नहीं हो सकता है, लेकिन जब यह बार-बार हो तो इस पर ध्यान देने की जरूरत होती है अगर आप नियमित रूप से व्यापक दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो आपको फ़िब्रोमाइल्गिया की समस्या हो सकती है.डॉक्टर्स के मुताबिक नींद के पैटर्न में बदलाव, याददाश्त की समस्या और मिजाज में बदलाव के साथ ये स्थिति रूमेटाइड आर्थराइटिस और क्रोनिक थकान सिंड्रोम की तुलना में काफी सामान्य है.विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्थिति के कई कारण हो सकते हैं, और फाइब्रोमाइल्गिया से पीड़ित लोगों के लिए, एक बहु-अनुशासनात्मक लाइफस्टाइल अपनाना पड़ता है,डॉक्टर के मुताबिक "सामान्य आबादी का कम से कम 3 प्रतिशत फाइब्रोमाल्जिया नामक दर्दनाक स्थिति से ग्रस्त है.
क्या है फाइब्रोमाल्जिया सिंड्रोम
फाइब्रोमाल्जिया एक ऐसी स्थिति है जो पूरे शरीर में दर्द का कारण बनती है. फाइब्रोमाल्जिया वाले लोग अक्सर अन्य लक्षणों का अनुभव करते हैं, जैसे अत्यधिक थकान या नींद, मूड या याद्दाशत संबंधी समस्याएं . पुरुषों की तुलना में फाइब्रोमाल्जिया महिलाओं को अधिक प्रभावित करता है. इसके कारण होने वाला दर्द अत्यधिक थकान और नींद की कमी दैनिक कार्यों के करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है.फाइब्रोमाल्जिया से ग्रस्त लोग अक्सर सोने के बाद भी थके हुए जागते हैं. भले ही वे लंबे समय से सो रहे हों.इसमें नींद अक्सर बाधित रहती है और इससे ग्रस्त कई रोगियों को अन्य नींद के विकार जैसे स्लीप एप्निया और रेसल्टलेस लेग्स सिंड्रोम होते हैं.मस्तिष्क में नसों और दर्द संकेतों की समस्या के कारण फाइब्रोमाल्जिया हो सकता है. फाइब्रोमाल्जिया की तुलना गठिया से की गई है. गठिया की तरह फाइब्रोमाल्जिया दर्द और थकान का कारण बनता है, लेकिन गठिया के विपरीत फाइब्रोमाल्जिया लालिमा और सूजन या जोड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता है. ये बीमारी नींद की कमी का कारण भी बन सकती है.
फाइब्रोमाल्जिया के लक्षण
- शरीर में अधिक दर्द
- थकावट
- कमजोरी
- शांत रहना
- मांशपेशियों में सूजन
इस स्थिति में उचित इलाज की आवश्यकता होती है, जीवनशैली में कुछ बदलाव करने से लक्षणों को दूर करने में मदद मिल सकती है.खाने में कुछ बदलाव करने की जरूरत होती है.मौसमी फल, सब्जियां, बाजरा और दालों जैसे एंटीऑक्सिडेंट युक्त फूड के सेवन से सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है.अपने भोजन में फलों की स्मूदी, फलों के रस, ताजे कटे फल, पकी हुई सब्जी जैसे सांबर शामिल करें.इस समस्या में वैसे खाने को एवॉयड करना चाहिए जिससे ये समस्या बढ़ सकती है, जैसे कुछ डेयरी प्रोडक्ट, नट्स से दूरी बनानी चाहिए.
लाइफस्टाइल में ये बदलाव करें
- सुबह-सुबह अकड़न दूर करने, बल्ड सर्कुलेशन में सुधार करने और चलने-फिरने के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए गर्म पानी से स्नान करें.
- अपने आप को ताजा जूस और कम से कम आठ गिलास पानी से रोजाना हाइड्रेट करें.
- सूजन को कम करने के लिए कच्चे गोभी, गाजर, पालक, लहसुन और प्याज जैसे एंटीऑक्सिडेंट युक्त खाद्य पदार्थ खाएं.
- रोजाना 2-4 बड़े चम्मच अलसी के पाउडर का सेवन करें क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है.
- कैफीन और स्मोकिंग से दूरी बना कर रखें.
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