किशमिश सिकुड़ी और बासी सी दिख सकती है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह पोषक तत्वों की भंडार होती है. किशमिश ड्राई फ्रूट्स की फैमिली की है लेकिन आमतौर पर इसका इस्तेमाल खीर या फिरनी में ज्यादा होता है. साथ ही साथ इंडियन मिठाइयों के ऊपर टॉपिंग के रूप में भी किया जाता है. जैसे बर्फी को आमतौर पर किशमिश से ही सजाया जाता है. किशमिश सूखे अंगुर से बनाया जाता है. जिसमें भरपूर मात्रा में आयरन, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं. आज हम बात करेंगे किशमिश और चना को भिगोकर खाने के फायदे. खाली पेट किशमिश और चना खाने से आंत एकदम सही रहता है. खासकर यह बीपी के मरीज के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. 


काले चने और किशमिश खाने के फायदे


काले चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और पोटैशियम होता है. जो पेट के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. 


ब्लड प्रेशर कंट्रोल में करना


ब्लड प्रेशर का मरीज अगर खाली पेट किशमिश और चना खाता है तो इसे उसे काफी ज्यादा फायदा पहुंचता है. इसलिए खासकर हाई बीपी वालों को खाली पेट चना और किशमिश खाना चाहिए. 


किशमिश और चना


चना और किशमिश में भारी मात्रा में फाइबर होता है. जिसे पानी में भिगोकर खाने से काफी ज्यादा फायदा मिलता है. भीगी हुई किशमिश कब्ज को रोकने में मदद करती है और पाचन क्रिया दुरुस्त करती है. 


वजन घटाना


अगर आप वजन कंट्रोल करने की सोच रहे हैं तो आप किशमिश खाली पेट खा सकते हैं. जैसे आपको मीठा खाने पर कंट्रोल करना है तो आप भीगी हुई किशमिश खा सकते हैं इससे आपकी मीठे की क्रेविंग कंट्रोल हो जाएगी. वजन कंट्रोल करने में यह काफी मददगार है. 


इम्युनिटी के लिए अच्छा है किशमिश


किशमिश में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होती है. ऐसे में यह आपकी इम्युनिटी बढ़ाने का काम करती है. साथ ही अगर आपके शरीर में कहीं इंफेक्शन है तो उसे भी ठीक करने का काम किशमिश करती है.


हड्डियों को मजबूत करने का काम


किशमिश खाने से हड्डी मजबूत होते हैं. किशमिश में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होते हैं. भीगी हुई किशमिश पोषक तत्वों से भरपूर होता है. और यह आपकी हड्डी और पूरी सेहत के लिए फायदेमंद है. 


ये भी पढ़ें: क्या ठंड में आ जाती है हाथ-पैर की उंगलियों में सूजन, जानें क्या करें, क्या नहीं