Diabetes: डायबटीज की है फैमिली हिस्ट्री... तो इन आदतों से जोखिम को किया जा सकता है कम
डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री होने पर आप इसके जोखिम को कम कैसे कर सकते हैं आज ये इस लेख के माध्यम से जानिए. अच्छा खान-पान और लाइफस्टाइल एक स्वस्थ्य जिंदगी का आधार है.
Diabetes: खराब खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज की समस्या आम हो चुकी है. हर तीसरे व्यक्ति से अगर आप परिवार का हाल-चाल पूछेंगे तो वह ये बात जरूर कहेगा कि उनके परिवार में फलाने को डायबिटीज है. डायबिटीज भी दो प्रकार का होता है. एक टाइप वन डायबिटीज और दूसरा टाइप टू डायबिटीज. टाइप वन डायबिटीज की समस्या ज्यादातर जेनेटिकली होती है जबकि टाइप टू डायबिटीज खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से होता है. अगर आपके परिवार की डायबिटिक फैमिली हिस्ट्री रही है तो इस बात की संभावना बेहद ज्यादा है कि परिवार के लोग प्रीडायबीटिक हो सकते हैं और उनमें से कुछ लोगों को जल्द या बाद में डायबिटीज हो सकता है. ये जेनेटिकली भी हो सकता है या फिर खराब लाइफस्टाइल की वजह से भी आप डायबटीज की गिरफ्त में आ सकते हैं. अगर आपके परिवार की डायबिटिक हिस्ट्री भी रही है तो आप डायबिटीज के जोखिम को अच्छे खान-पान और लाइफस्टाइल की मदद से कम कर सकते हैं. भले ही ये आपके जीन्स हो लेकिन, आप अपनी आदतों से इसके जोखिम को कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ जिंदगी जी सकते हैं.
डीआरजी पैथ लैब के संस्थापक और निदेशक डॉ रवि गौड़ ने बताया कि डायबिटीज के जोखिम को कम करने या इसके जल्द न होने के कई तरीके हैं. उन्होंने बताया कि व्यक्ति स्वस्थ जीवनशैली जैसे नियमित व्यायाम, स्वस्थ भोजन करके इसके जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. डॉक्टर गौड़ ने बताया की भोजन का समय बेहद मायने रखता है. कुछ लोग छोटे और अधिक बार भोजन करने से स्वस्थ रह सकते हैं जबकि कुछ इंटरमिटेंट फास्टिंग के साथ इसके जोखिम को कम कर सकते हैं. सामान्य तौर पर शाम को देर से खाने से बचना चाहिए क्योंकि इस समय भोजन के प्रति हमारी ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया उच्च और कम ऑप्टिमल हो जाती है.
इन आदतों से जोखिम को किया जा सकता है कम
- शराब और धूम्रपान से दूरी बनाए
-पर्याप्त धूप और विटामिन डी लेते रहें
-हर हफ्ते या अपने द्वारा तय किए गए समय पर अपने वजन की निगरानी करते रहें और वजन को आदर्श सीमा से 1kg नीचे रखें
-स्ट्रेस को दूर रखें. दरअसल, जब व्यक्ति को स्ट्रेस होता है तो चीनी खाने की इच्छा बढ़ जाती है और और इससे इंसुलिन उत्पादक कोशिकाएं उस तरह से काम नहीं कर पाती जिस तरह उन्हें करना चाहिए.
-नियमित रूप से हेल्थ चेकअप करवाते रहें. कुछ महत्वपूर्ण ब्लड टेस्ट है जिन्हें आपको करवाना चाहिए जैसे कि ब्लड शुगर फास्टिंग टेस्ट यानि बिना खाएं, खाना खाने के 2 घंटे बाद टेस्ट, एचबीए1सी, यूरिन रूटीन, लिवर टेस्ट और लिपिड.
-ब्लड प्रेशर की भी नियमित अंतराल पर निगरानी करते रहें
डॉ रवि गौड़ ने कहा कि हर किसी की अलग-अलग कारकों पर अलग-अलग प्रतिक्रिया हो सकती है. इसलिए सटीक सलाह के लिए व्यक्ति को नियमित अंतराल पर अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेते रहना चाहिए. इसके अलावा आप डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए अपना वेट मेंटेन रखें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, स्वस्थ खानपान को अपनी डाइट में शामिल करें और एक अच्छी नींद जरूर लें. नींद भी स्वस्थ रहने में एक अहम योगदान निभाती है.
यह भी पढ़ें:
International Mountain Day: माउंटेन वेकेशन के लिए ये डेस्टिनेशन हैं बेस्ट, ब्यूटी ऐसी कि आप फोटो ही लेते रहेंगे
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )