जब भी हम कैंसर की रोकथाम की बात करते हैं तो सबसे पहले डाइट और लाइफस्टाइल को ठीक करने के लिए कहा जाता है. 'द अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल न्यूट्रिशन' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जहां तक आंत में कैंसर होने की बात होती है इसमें एक खास तरह की विटामिन का बहुत बड़ा हाथ होता है.


उन्होंने अपनी तरह का अब तक का सबसे बड़ा रिसर्च  किया. जिसमें 51 विभिन्न अध्ययनों में 70,000 से अधिक लोगों के डेटा को देखा गया. जिसमें आहार फोलेट और पूरक फोलिक एसिड के साथ-साथ कोलोरेक्टल कैंसर के निदान भी शामिल थे. रिसर्चर के मुताबिक फोलेट शरीर के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. हर व्यक्ति 260 माइक्रोग्राम फोलेट के सेवन से कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम 7% कम हो जाता है. इस बारे में और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है कि फोलेट कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम में शामिल जीन को कैसे प्रभावित कर सकता है.फोलेट आंत्र कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है. अध्ययन के लेखकों ने कहा कि निष्कर्ष आपके आहार में विविध. फोलेट युक्त पौधों को शामिल करने के महत्व को भी उजागर करते हैं.


वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड के पोषण विशेषज्ञ और स्वास्थ्य सूचना प्रबंधक मैट लैम्बर्ट के अनुसार यह अध्ययन उस बात को पुष्ट करता है जो हम वर्षों से कहते आ रहे हैं कि सब्ज़ियों, फलों, साबुत अनाज और दालों पर आधारित स्वस्थ आहार कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.


यह भी पढ़ें: अब 40 पर्सेंट तक कम हो जाएगा सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा, 10 साल की टेस्टिंग के बाद तैयार हुआ खास ट्रीटमेंट


जैसा कि उन्होंने एक समाचार विज्ञप्ति में बताया है, फोलेट कई तरह के खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जिसमें पालक और ब्रोकली जैसी हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ शामिल हैं. उन्होंने आगे कहा कि फोलेट न केवल आंत्र कैंसर के जोखिम को कम करने से जुड़ा है, बल्कि नियमित रूप से खाने पर हमारे समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है.


यह भी पढ़ें: देश के लगभग 88% लोग हैं एंग्जायटी के शिकार, अगर आप भी हैं उनमें से एक तो करें ये काम


अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में फोलेट प्राप्त करना, निश्चित रूप से, आपके द्वारा प्राप्त की जा रही मात्रा को बढ़ाने का एक तरीका है. लेकिन निष्कर्ष यह भी बताते हैं कि पूरक आहार भी एक अच्छा विकल्प है. खासकर यदि आप इस आवश्यक विटामिन को नियमित रूप से प्राप्त करना चाहते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: क्या आपकी आंखों में धूल झोंक रहे हैं एंटी ग्लेयर लेंस? जान लीजिए ये कितने कारगर