आपका फोन शायद ठीक आपके पास या तकिया के नीचे हर रात रहता है जब आप सोने जाते हैं. आप कॉल, मैसेज और इमेल को देखने के साथ ही जवाब देने में सक्षम होते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं रात में फोन का इस्तेमाल स्वाभाविक रूप से नुकसानदेह है? ये ब्लू रोशनी के कारण हानिकारक है जो हमारे फोन से निकलती है. वास्तव में नीली रोशनी इस हद तक खतरनाक है कि ये आपके लिए आंखों की कई दूसरी समस्याओं का कारण बन सकती है. लेकिन सच्चाई ये है कि हम अपनी जिंदगी की भविष्यवाणी नहीं कर सकते. कभी-कभी रात में हमें फोन के इस्तेमाल करने की जरूरत पड़ सकती है, इसलिए कुछ मजबूत सुरक्षा के पहलू को जानने की जरूरत है जबकि आप रात में फोन का इस्तेमाल कर रहे हों. 


रात में फोन का इस्तेमाल से पहले इन बातों पर गौर करें


सन ग्लास या प्रोटेक्टिव ग्लास- इस स्थिति में ये प्रोटेक्टिव ग्लास भी तकनीकी भूमिका अदा करता है. आपको प्रोटेक्टिव ग्लास पहनने की प्रमुख वजह इसलिए है क्योंकि ज्यादातर डिवाइस से नीली रोशनी निकलती है. नीली रोशनी कई समस्याओं को पैदा करने में सक्षम है, जिसमें कुछ आंख पर जोर और मायोपिया है. इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके पास नीली रोशनी को फिल्टर करनेवाला ग्लास हो या आपके खुद की और आपकी आंखों की सुरक्षा के लिए सन ग्लास हो. 


सुनिश्चित करें कि कमरा या माहौल रोशन हो- इस बारे में अक्सर बहुत कम ध्यान दिया जाता है लेकिन ये वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण है. खराब रोशनी वाले कमरे या अंधेरे कमरे में फोन चलाना बहुत खतरनाक है और बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए. इसका कारण ये है कि डिवाइस से निकलनेवाली नीली रोशनी का प्रभाव सीधे आपकी आंखों पर पड़ता है. इस तरह आपको कई दूसरी समस्याओं के विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है. लेकिन अगर आप अपना फोन ठीक से रोशनी वाले कमरे या माहौल में इस्तेमाल करते हैं, डिवाइस से आनेवाली रोशनी का जमाव आपकी आंखों पर सीधे नहीं पड़ेगा. इस तरह दबाव कम होगा और आपकी आंखों को आराम मिलेगा. ये दो उपाय आपकी आंखों पर दबाव को रोकने में मदद करेंगे.


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