कोरोना काल में शरीर का स्वास्थ्य प्राथमिकता के केंद्र बिंदु में आ गया है, लेकिन ओरल हेल्थ को नजरअंदाज कर दिया है. ओरल हाइजीन प्रोडक्ट में निवेश पैसे की बर्बादी लगता है. मुंह व दांतों को साफ व सेहतमंद रखकर रोगों को दूर रखना ओरल हाइजीन कहलाता है. हम डेंटिस्ट के पास सिर्फ उसी वक्त जाते हैं जब दांतों के गिरने या खराब होने की समस्या या रूट केनाल की जरूरत होती है. हालांकि, ऐसा करना ठीक नहीं है. आपके ओरल हेल्थ की उतना ही ध्यान देने की जरूरत है.
माउथवाश का इस्तेमाल नहीं करना- दांतों को एक दिन में दो बार ब्रश करना काफी लगता है. दिन में दो बार एक अच्छे माउथवॉश का इस्तेमाल आपको स्पष्ट और ताजा सांस देने में न सिर्फ मदद करता है बल्कि मुंह में बचे हुए बैक्टीरिया का खात्मा भी करता है.
हर साल डॉक्टर से मुलाकात नहीं करना- अक्सर लोग डेंटिस्ट के पास जाने को उतना महत्वपूर्ण नहीं समझते. हालांकि, ये उतना ही अहम है जितना आपके शरीर का रूटीन चेकअप. रूटीन चेकअप न सिर्फ चमकदार और मजबूत दांतों को बनाए रखने में मदद करेगा बल्कि संक्रमण के जोखिम को भी दूर करेगा.
मसूढ़ों से खून बहने को नजरअंदाज करना- हमारे टूथब्रश पर लाल दाग अक्सर हमारा ध्यान खींचता है, लेकिन शायद ही कभी ऐसा होता है कि हम उसके बारे में कुछ करें. ये मसूढ़ों से खून बहने का संकेत हो सकता है और मसूढ़े की सूजन और मसूढ़े की बीमारी का शुरुआती चरण. उससे कई समस्याएं आगे चलकर बढ़ सकती हैं. इसलिए, जरूरी है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और डॉक्टर से मुलाकात को जल्दी सुनिश्चित करें. लेकिन, कभी-कभी इसका कारण खरोंच और घर्षण भी हो सकता है, जिससे खून का धब्बा दिखाई देता है. इसलिए डॉक्टर के पास जाने से पहले खून के पीछे की वजह का विश्लेषण करें.
एक ही ब्रश का एक माह से ज्यादा इस्तेमाल- डेंटिस्ट सुझाव देते हैं कि टूथब्रश को हर महीने बदल देना चाहिए या कम से कम दो महीने पर हटा दें. आपका टूथब्रश सबसे ज्यादा महत्व रखता है और जरूरी है कि उसे साफ और हाइजीन रखा जाए. वरना, आपको खास तरह का ओरल संक्रमण विकसित हो सकता है.
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