Pregnancy Period: किसी भी महिला के लिए मां (mother)बनना एक सुखदायी समय होता है. प्रेग्नेंसी पीरियड (pregnancy period)शारीरिक और मानसिक बदलाव लेकर आता है और ऐसे में होने वाली मां को अपने साथ साथ अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर भी सावधानी बरतनी होती है. हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि प्रेग्नेंसी पीरियड में होने वाली मां को खुश यानी प्रसन्न रहना चाहिए. देखा जाए तो प्रेग्नेंसी पीरियड में हर मां तनाव में आ जाती है लेकिन इस तनाव को हटाकर मां को खुश रहना मां और बच्चे दोनों के लिए जरूरी होता है. चलिए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी पीरियड में खुश रहना कितना जरूरी है और कैसे इस समय के तनावों को डील करना चाहिए. 

 

प्रेग्नेंसी में ऐसी बढ़ेगी ख़ुशी 

योग और एक्सरसाइज पर दीजिए ध्यान

योग दिमाग को तनाव मुक्त करने के लिए काफी शानदार माना जाता है. इसलिए प्रेग्नेंसी में योग करना चाहिए और इससे आपके शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ेगी. अपने योगा ट्रेनर से प्रेग्नेंसी में किए जाने वाले योग के बारे में जानिए. इसके अलावा स्विमिंग, पैदल चलना औऱ हल्की फुल्की एक्सरसाइज करके भी आप तनाव मुक्त रह सकती हैं. आपको बता दें कि योग और एक्सरसाइज शरीर में एंडोर्फिन नामक हॉर्मोन को बढ़ाती हैं जिससे दिमाग को राहत मिलती है और नींद की समस्या नहीं होती. 

 

खुलकर कहें दिल की बात

प्रेग्नेंसी पीरियड में तनाव होना आम बात है लेकिन मां को इस वक्त तनाव को अपने दिल में दबाकर नहीं रखना चाहिए. अगर किसी बात की परेशानी है तो परिवार वालों से उस पर खुलकर बात करनी चाहिए और समाधान खोजना चाहिए. इस दौरान तनाव, स्ट्रेस  और एंजाइटी बढ़ाने वाले किसी भी काम को करने से बचना चाहिए. इससे अपने करीबी, दोस्त या परिजन से बात करिए और दिल हल्का करके समाधान निकालिए. 

 

आराम है जरूरी

प्रेग्नेंसी पीरियड में शरीर और दिमाग को आराम की जरूरत होती है. इसलिए खूब आराम करें. बच्चे के आने के बाद मां को पूरी नींद नहीं मिल पाती, इसलिए इस पीडियड में शरीर को आराम दीजिए. मनचाहे काम कीजिए, गार्डनिंग कीजिए, गाने सुनिए या मनपसंद काम कीजिए. इससे आपका शरीर और दिमाग तनावमुक्त होकर खुश महसूस करेंगे. 

 

शरीर के बदलते आकार को लेकर तनाव ना पालें

प्रेग्नेंसी में शरीर का आकार बदलता है, पेट का आकार फैलता है और कई बार स्ट्रेच मार्क्स को लेकर महिलाएं चिंता में आ जाती है. इसे लेकर पॉजिटिव सोच बनाइए, इसे स्वीकार कीजिए और समय से साथ ये सब चीजें ठीक भी हो जाएगी.इसलिए अपने शरीर को लेकर ज्यादा मत सोचिए.

 

यह भी पढ़ें