नई दिल्ली: क्या आप हार्ट डिजीज़ से परेशान हैं? यदि हां तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सिर्फ एक केला कर सकता है आपकी हार्ट डिजीज को पूरी तरह खत्म.


क्‍या कहती है रिसर्च-
शोधकर्ताओं ने पाया है कि केला खाने से हार्ट से संबधित समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है. चूहों पर किए गए एक शोध में पता चला है कि इन खाद्य पदार्थों में पोटेशियम की मात्रा बहुत अधिक होती है जिससे वेसक्युलर कैल्सीसिफिकेशन का खतरा हार्ट और किडनी दोनों में से ही कम हो जाता है.


कैल्सीसिफिकेशन की स्थिति तब आती है जब कैल्शियम बॉडी टिश्यूज, ब्लड वैसल्स और ऑर्गंस के ऊपर बनने लगता है.इससे शरीर के सुचारू रूप से काम करने में बाधा आती है.


खाने में पोटेशियम की अधिक मात्रा लेने से भी धमनियों में कठोरता का खतरा कम होता है जो कि कार्डियोवास्कुलर जोखिम का कारण है.


धमनियों यानि आर्ट्रिज में कठोरता या अकड़न आने की स्थि‍ति को आर्टिरीओस्क्लरोसस (arteriosclerosis) कहा जाता है. धमनियों की अकड़न से पता चलता है कि हार्ट को ब्लड को पंप करने के लिए किना हार्ड वर्क करना पड़ रहा है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
अलबामा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पॉल सैंडर्स का कहना है कि चूहों पर किए गए शोध के रिजल्ट के मुताबिक, पोटेशियमयुक्त पदार्थों का सेवन अधिक करने से इसका शरीर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और इससे हार्ट डिजीज़ का खतरा कम हो जाता है.


कैसे की गई रिसर्च-
जर्नल जेसीआई इनसाइट पत्रिका में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, स्टडी के लिए एक टीम ने चूहों पर शोध किया था. शोध में देखा गया कि जिन चूहों ने ज्यादा फैट वाले खाने को खाया था उनमें हार्ट डिजीज का खतरा लगातार बढ़ा था.


दूसरी ओर चूहों के एक ग्रुप को कम फैट युक्त खाना और जिस खाने में पोटेशियम की मात्रा अधिक थी वह खाना खिलाया गया.


क्या कहते हैं नतीजे-
रिज्लट में पता चला कि जिन चूहों ने खाने में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा ली थी उनमें हार्ट डिजीज का खतरा कम पाया गया जबकि इसके विपरीत जिन चूहों ने कम पोटेशियम युक्त खाना खाया था और अधिक फैट वाला खाना खाया था उन चूहों में हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा था.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.