ज्यादातर इंडियन सौंफ के साथ मिश्री खाना खूब पसंद करते हैं. रेस्तरां मे खाना खाने के बाद अक्सर सौंफ के साथ मिश्री दिया जाता है. आपने कभी सोचा है आखिर ऐसा क्यों किया जाता है. हम आपको बताते हैं इसके पीछे का कारण. इंडियन खाने से लेकर पूजा-पाठ में मिश्री का एक अहम रोल होता है. मिश्री का स्वाद चीनी से काफी अलग होता है. साथ ही शरीर में होने वाली जितनी भी परेशानी होती है वह मिश्री आराम से ठीक कर देती है. आयुर्वेद के मुताबिक मिश्री खाने के अनेक फायदे हैं. 


खांसी और जुकाम में फायदेमंद


ठंड के मौसम में मिश्री का इस्तेमाल कई तरीके से किया जाता है. मिश्री खाने से जुकाम भी ठीक हो जाता है. साथ ही खांसी-जुकाम छूमंतर हो जाता है. अब सवाल यह उठता है कि आप इसका किस तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं. आप सबसे पहले मिश्री का पाउडर बना लें. उसमें काली मिर्च का पाउडर मिला लें. और घी मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें फिर जब भी आपको खांसी हो इसका धीरे-धीरे इस्तेमाल करते रहें. 


नाक से खून निकलने पर मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं


मिश्री का तासीर ठंडा होता है . ऐसे में अगर आपको अपने शरीर का टेंपरेचर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो आप मिश्री खा सकते हैं. गर्मियों के मौसम में अक्सर नाक से खून निकलने लगता है. बदलते मौसम में आप मिश्री को पानी में डालकर पी सकते हैं. इससे तुरंत आराम मिलेगा.


पाचन में है फायदेमंद


पेट संबंधी किसी भी तरह की परेशानी को दूर करने के लिए मिश्री का पानी काफी ज्यादा फायदेमंद है. मिश्री को पीसकर पाउडर बना लें और फिर इसे सौंफ के साथ खाएं. इससे आपका पेट ठंडा रहता है. साथ ही वजन भी कंट्रोल में रहता है. 


मुंह के छाले को भी मिश्री करता है दूर


सर्दियों में गर्म-गर्म खाना खाने से मुंह में छाले निकलने लगते हैं. बदलते मौसम में आपको अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा मिश्री को बनाना चाहिए. इसके लिए सबसे पहले आपको मिश्री का पाउडर बनाकर उसमें इलायची पाउडर मिला लें. फिर आप उसे आराम से छाले पर लगा लें. आपको छाले से तुरंत आराम मिल जाएगा. 


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