Prevention of Blindness Week 2023: इंसान के सबसे जरूरी अंगों में से एक है आंख. लेकिन हम इंसान आंखों का ही ख्याल नहीं रखते हैं. जैसा कि आपको पता ही होगा कि एक बार किसी इंसान का आंख खराब हो गया तो फिर उसकी जिंदगी पर एक काला चादर पसर जाएगा. भारत सरकार हर 7 अप्रैल को आंखों को हेल्दी रखने और अंधेपन से बचाव करने के लिए Prevention of Blindness Week के रूप में मनाया जाता है. इस साल का थीम है द राइट टू साइट. इसका सीधा अर्थ है देखने का अधिकार. भारत सरकार फिलहाल एक कैंपेन चला रही है जिसमें आंखों से जुड़ी बीमारी, इंफेक्शन को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा है. 


भारत में आंखों की बीमारी होने के कारण


इंडिया टीवी के हिंदी पॉर्टल में छपी खबर के मुताबिक इंडिया में 50 और उससे ज्यादा उम्र वाले लोगों में 1.99 प्रतिशत लोग अंधेपन का शिकार होते हैं. वहीं 66.2 प्रतिशत मोतियाबिंद के शिकार होते हैं. 8.2 प्रतिशत कॉर्निया की बीमारी और आंख की पुतली से संबंधित बीमारी. 5.5 लोग ग्लूकोमा की बीमारी से पीड़ित है. इन बीमारियों में आंखों के पीछे होने वाले ऑप्टिक नर्व खराब हो जाते हैं. जिसकी वजह से अंधेपन का शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा अधिकतर लोग डायबिटिक रेटिनोपैथी के शिकार हो जाते हैं. इस बीमारी में डायबिटीज के मरीजों का आंख का नर्व खराब हो जाता है. बढ़ती उम्र के कारण भी कई लोग ज्यादातर बीमारी के शिकार हो जाते हैं. जैसे मैकुलर डिजनरेशन (Macular Degenration), ट्रेकोमा (Trachoma), अनकरेक्टेड रिफ्रैक्टिव एरर की दिक्कत. इन सब के अलावा हाइपोटोनिया के कारण अंधापन की शिकायत भी होती है. 


इन आंखों की बीमारी का इलाज क्या ?


आंखों से जुड़ी सभी तरह की बीमारियों से बचने का सबस आसान उपाय यह है कि पहले इस रोका जाए. इसके लिए सबसे पहले आपको आंखों में होने वाले इंफेक्शन से बचना होगा. जब भी आंख में दिक्कत शुरू हो तो वक्त रहते इसका इलाज करवाएं. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो हमेशा इसे कंट्रोल में रखें. इसके अलावा आंखों में अगर  कैटरेक्ट और ग्लूकोमा जैसी कोई दिक्कत है तो उसका वक्त रहते इलाज करवाएं. 


इन सावधानियों को रखें ख्याल


हर व्यक्ति को हर 3 महीने पर एक बार जरूर आंख का चेकअप करवाना चाहिए. साथ ही विटामिन ए से भरपूर चीजों के अपने डाइट में शामिल करें. ज्यादा से ज्यादा मौसली फल और सब्जियां अपनी डाइट में शामिल करें. कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम करें और कोशिश करें कि आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज और योग करें. 


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