Women's Day 2024: आज की महिलाएं पुरुषों से कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं. सिर्फ इतना ही नहीं हर क्षेत्र में नई-नई बुलंदियों और कामयाबी को छू रही हैं. इन सब के बीच वह घर और ऑफिस बीच बैलेंस बनाते-बनाते उनकी सेहत पर इसका बुरा असर पड़ता है. नींद की कमी, टाइम पर खाना न खाने के कारण आज की महिला डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन की शिकार होते जा रही हैं. ज्यादातर महिलाएं खून की कमी से जूझ रही हैं. इन सब के अलावा शरीर में दर्द, सिर दर्द और दिल से जुड़ी बीमारी आजकल हर महिला की जिंदगी में कहीं न कहीं जुड़ा हुआ है.
कई बार ऐसा भी देखा गया है कि एक महिला अपनी शारीरिक कष्ट को भूलकर वह अपनी फैमिली और बच्चों के बीच इतनी ज्यादा व्यस्त हैं कि उन्हें वक्त नहीं है कि वह डॉक्टर से जाकर दिखाएं. जब वही मामूली सी दिखने वाली बीमारी गंभीर रूप ले लेती है तो फिर मुश्किलें पैदा करती है. आज हम अपने आर्टिकल के जरिए जानेंगे आजकल 90 प्रतिशत महिलाएं किन वो 5 कमियों से जूझ रही हैं जिसकी वजह से उनका शरीर कमजोर होता जा रहा है.
90% महिलाएं शरीर में होने वाली इन कमियों कर देती हैं नजरअंदाज
महिलाओं में आयरन की कमी
अगर हम भारतीय महिलाओं की बात करें तो उनके शरीर में खून की कमी होती है. इसके कारण कमजोरी, सिर दर्द, नींद की कमी के साथ-साथ सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होती है. इन सब के अलावा पीरियड्स और प्रेग्नेंसी के दौरान कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए अक्सर कहा जाता है कि महिलाओं को शरीर में आयरन का लेवल कितना इसका टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. ताकि इसकी कमी से बचें.
महिलाओं में जिंक की कमी
महिलाओं में अक्सर जिंक की कमी देखी जाती है. जिंक, शरीर में इम्युनिटी वाली सेल्स को हेल्दी रखने का काम करता है. इम्युनिटी को मजबूत करने का काम जिंक करता है. जिंक की कमी से निमोनिया जैसे खतरनाक इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए जिंक की कमी से बचें.
महिलाओं में कैल्शियम की कमी
अगर अक्सर शरीर में दर्द रहता है तो यह कैल्शियम की कमी को दर्शाता है. कैल्शियम की कमी के शुरुआती लक्षण होते हैं हड्डियों में दर्द, मसल्स पेन, डिप्रेशन, ऑस्टियोपोरोसिस और थकान. इन सब के अलावा जोड़ों में दर्द की बीमारी से बचना है तो शरीर में कैल्शियम की कमी न होने दें.
महिलाओं में विटामिन बी-12 की कमी
महिलाओं को विटामिन बी-12 की कमी से बचना चाहिए. शरीर में विटामिन बी 12 की कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स ठीक से नहीं बन पाते हैं. जिसके कारण टिश्यूज और ऑर्गन को ठीक ढंग से ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. इससे कमजोर मांसपेशियां, सुन्नता, चलने में परेशानी, मतली, वजन कम होना, चिड़चिड़ापन, थकान और एंग्जायटी जैसी चीजें महसूस होती हैं.मैग्नीशियम की कमी से भूख कम लगती है.