(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
International Yoga Day 2024: क्या योग करने से बढ़ सकती है मर्दाना ताकत, क्या ऐसा भी कोई आसन होता है?
International Yoga Day 2024: हर साल की इस साल भी 21 जून को पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाएगा. योग की शक्ति को पूरी दुनिया ने माना है. जानेंगे योग के जरिए मर्दाना ताकत कैसे बढ़ाएं.
International Yoga Day 2024: हर साल की इस साल भी 21 जून को पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाएगा. योग की शक्ति को पूरी दुनिया ने माना है. अब तो एडवांस मेडिकल साइंस भी मानती है कि योग के जरिए खतरनाक से खतरनाक बीमारी को भी मात दे सकते हैं. 'ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज' नई दिल्ली में योग, हर मर्ज की दवा है.
एम्स के गायनेकोलॉजी और एनोटॉमी डिपार्टमेंट ने बताया कि मर्दाना ताकत या जो व्यक्ति पिता नहीं बन पाते हैं अगर वो लोग भी योग करेंगे तो उन्हें काफी ज्यादा फायदा मिलता है. कई डॉक्टर्स का मानना है कि मेंटल हेल्थ से जुड़ी बीमारियों में योग काफी ज्यादा असरदार होता है. लेकिन एम्स की हालिया रिपोर्ट काफी ज्यादा चौंकाने वाले हैं. सामने आई रिसर्च में यह पता चला है कि योग करने से पुरुषों के स्पर्म के डीएनए की क्वालिटी में काफी ज्यादा सुधार आया है.
मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए करें यह योग
अब सवाल यह उठता है कि कौन से योग करने से मर्दाना ताकत बढ़ती है? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मर्दान ताकत बढ़ाने के लिए सूर्य नमस्कार , त्रिकोण आसन, पेल्विक फ्लोर करना चाहिए. इससे सिर्फ स्ट्रेस ही नहीं बल्कि डीएनए की क्वालिटी में भी सुधार होता है.
सूर्य नमस्कार , त्रिकोण आसन, पेल्विक फ्लोर करने का सही तरीका
सूर्य नमस्कार दिन के किसी भी समय किया जा सकता है. हालांकि, सूर्य नमस्कार करने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय है क्योंकि सूर्य के संपर्क में आने से हमारा सौर जाल एक्टिव हो जाता है.
सूर्य की तरफ मुंह करके सीधा खड़े हो जाएं और फिर सांस भरते हुए बाएं पैर को पीछे ले जाएं. दाहिने पैर को मोड़कर आगे की तरफ रखें. सिर पीछे की तरफ ले जाएं और दोनों हाथों की गदेलियां जमीन पर और दृष्टि आकाश की तरफ होनी चाहिए. पांचवें आसन में श्वास छोड़ते हुए. दाए पैर को पीछे ले जाएं.
सीधा खड़े हो जाए फिर उसके अपने शरीर को बाईं की तरफ मोड़ें. बाएं हाथ को अपने बाएं पैरे के नीचे खिसकाएं और उंगलियां को घुटने तक पहुंचने दें. इसमें आपक बाई की तरफ झुका होना चाहिए. अपने घुटनों और कोहनियों को सीधा रखते हुए इस खास मुद्रा में बने रहें.
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां, मूत्राशय, आंत और गर्भाशय को कनेक्ट करती है. पेल्विक फ्लोर के लिए योग में जमीन पर सीधा लेट जाएं और गहरी सांस लें और फिर पैर को स्ट्रेचिंग करते हुए सीधा अपनी छाती तक लाएं. आपका पेल्विक फ्लोर फिजियोथेरेपिस्ट आपकी ज़रूरतों के हिसाब से एक अहम एक्सरसाइज है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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