International Yoga Day 2024: हर साल की तरह इस साल भी 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाएगा. योग हर एक व्यक्ति के लिए बेहद जरूरी है. कहते हैं न योग भगाए रोग. दरअसल, आजकल की भागदौड़ के बीच लोगों को खुद के लिए समय नहीं मिल पाता है.
घर-ऑफिस के चक्कर में लोग खुद को उतना वक्त नहीं दे पाते हैं जितना उन्हें देना चाहिए. ऐसी स्थिति में योग दिवस को मनाने का यही उद्देश्य है कि लोग खुद के आधे घंटे या 15 मिनट का भी वक्त निकालें, क्योंकि इस भागभाग के बीच योग या एक्सरसाइज बहुत जरूरी है. इस आर्टिकल में हम महिलाओं के लिए योग करना क्यों जरूरी है इस पर बात करेंगे.
महिलाओं की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है उनके शरीर में भी कई तरह के बदलाव होते हैं. कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं जिसके कारण महिलाएं कई सारी बीमारियों का भी शिकार हो जाती हैं. कई बार हार्मोनल चेंजेज खराब खानपान और लाइफस्टाइल के कारण होता है.
बढ़ती उम्र में महिलाओं को करनी चाहिए यह खास योग
आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताएंगे जिसकी मदद से महिलाएं अपनी बढ़ती उम्र में खुद को बिल्कुल फिट रख सकती हैं. साथ ही साथ गंभीर बीमारी के जोखिम से भी बची रहेंगी. आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानें कि बढ़ती उम्र में कौन से एक्सरसाइज करने से फायदे मिलते हैं.
भुजंगासन(Bhujangasana)
यह आसन बढ़ती उम्र तो बिल्कुल करनी चाहिए. खासकर 30 के बाद तो हर महिला को यह आसन शुरू करना चाहिए. यह बॉडी के अपर पार्ट के ऊपर खिंचाव पैद करता है बल्कि चेहरे के ऊपर चमक भी लाता है.
धनुरासन(Dhanurasana)
जिन महिलाओं का ओवरवेट है उन्हें तो यह योग जरूर करना चाहिए. इससे बॉडी का पॉश्चर भी सही रहता है. पूरी बॉडी ठीक से स्ट्रेच होती है.
तितली आसन(Butterfly Pose)
जिन महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्या होती है उन्हें यह आसन रेगुलर करना चाहिए. इससे जांघों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करना चाहिए.
चक्की चालनासन(chakki chalanasana)
इस आसन को तो हर महिला को करना चाहिए क्योंकि पुरुषों के मुकाबले महिला कम पानी पीती हैं. यह योगा करने से गर्भाशय, अंडाशय, किडनी के साथ बॉडी के कई पार्ट को मजबूती मिलती है.
बालासन(Balasana)
यह आसन करने से पूरी बॉडी स्ट्रेच होती है. जिससे की दर्द में आराम महसूस होता है. साथ ही यह स्ट्रेस और टेंशन को कम करती है.
उत्काटसन(utkatasana)
कमर, हिप्स और जांघ के लिण के लिए यह एक्सरसाइज बेस्ट एक्सरसाइज है. इससे पैरों को मजबूती मिलती है और इससे पैर शेप में रहता है.
सेतुबंधासन(setu bandhasana)
यह शरीर के निचले हिस्से को मजबूत बनाता है. साथ ही साथ कमर और हिप्स में होने वाले दर्द को भी कम करता है इससे काफी ज्यादा आराम मिलता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.