नई दिल्लीः अक्सर आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा कि अंडे की जर्दी (Egg Yolks) को खाने से मोटापा बढ़ता है. लेकिन क्या आप जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट कुछ और ही कहते हैं. एबीपी न्यूज ने इस बारे में जब न्यूट्रिशनिस्ट और फाउंडर ऑफ न्यूट्री हेल्थ की डॉ. शिखा शर्मा से बात की तो उन्होंने अंडे के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे किए.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-




  • डॉ. शिखा शर्मा का कहना है कि जो लोग ये सोचते हैं कि एग यॉक से मोटापा बढ़ता है ये सिर्फ एक मिथ है. दरअसल वजन बढ़ने का कारण शुगर है. जबकि एग यॉक में कोई शुगर एलीमेंट नहीं होता. बॉडी को बेसिक एमाउंट ऑफ ऑयल ही रिक्वॉयर्ड होता है. ऐसे में यॉक की ओवरईटिंग नहीं की जा सकती जबकि मीठे ओवरईटिंग की जा सकती है.

  • एग यॉक खाने से बॉडी को विटामिन बी12 मिलता है. आमतौर पर विटामिन बी12 एनीमल फूड से मिलता है. ऐसे में जो लोग फिश, चिकन या मीट फूड नहीं खाते वे विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए एग यॉक और पूरा एग खा सकते हैं.

  • ध्यान रहें एग यॉक गर्मियों में नहीं खाना चाहिए क्योंकि उसकी तासीर बहुत गर्म होती है. सही मायने में अंडा खाने का टाइम अप्रैल से पहले तक और सितंबर के बाद का है. यानि सितंबर से मार्च तक का मौसम थोड़ा ठंडा रहता है तो आप इस मौसम में अंडा आसानी से खा सकते हैं.

  • न्यूट्रिशनिस्ट, डिंपल शर्मा का एग यॉक को खाने को लेकर कहना है कि आप कोई भी चीज खाते हैं अगर वो कैलकुलेटिड वे में होती है तो कुछ भी अच्छा या बुरा नहीं है. लेकिन ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि कौन इसे खा रहा है. अगर पहले से ही दिनभर में आपका कैलोरी और फैट इंटेक ज्यादा है तो एग यॉक से कैलोरी बढ़ेगी ही.

  • आमतौर पर एग यॉक में हाई न्यूट्री कंटेट होता है. लेकिन मान लीजिए जो लोग वजन कम करने की सोच रहे हैं या फिर जो हार्ट पेशेंट हैं और उनका कॉलेस्ट्रॉल कंट्रोल करवाना होता है तो ऐसे लोगों को एग खाने के लिए तो रिकमेंड किया जाता है लेकिन एग यॉक मना किया जाता है. लेकिन ग्रोइंग चिल्ड्रंस के ओवरओल डवलपमेंट के लिए पूरा अंडा खाना फायदेमंद है.

  • जो लोग वजन कम करते हैं उनकी कैलोरी वैसे भी कंट्रोल की जाती है तो इसलिए इन्हें बहुत ज्यादा विदआउट यॉक एग खाने की परमिशन नहीं दी जाती. यानि एग यॉक उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जो कार्डिएक पेशेंट हैं और जो वेट लॉस कर रहे हैं. लेकिन टीनेजर्स, किड्स, बढ़ते बच्चों को एग यॉक दिया जा सकता है.

  • आजकल देखा गया है कि किड्स में भी मोटापे की समस्या बढ़ गई है तो ऐसे में बच्चों की कैलोरी को रिस्ट्रिक करना चाहिए. आप एग के साथ वेजिटेबल्स डालकर या फिर ऑमलेट की फॉर्म में अंडा इन्हें दे सकते हैं. लेकिन आप एग और एग यॉक को मिल्क के साथ देते हैं तो ये हाई कैलोरी फूड बन जाता है.

  • एग यॉक खाना इन बातों पर निर्भर करता है कि आप किस चीज के साथ एग और एग यॉक खा रहे हैं. आपकी कुकिंग टेक्नीक क्या हैं. आपके मील का कैलोरी काउंट क्या है. दिनभर में मील खाने की फ्रीक्वेंसी क्या है और आप कितनी फीजिकल एक्टिविटी कर रहे हैं. ऐसे में कुछ भी खाने से पहले इन सभी बातों का ध्यान रखना भी जरूरी हो जाता है.


क्या कहती हैं रिसर्च-
एग यॉक पर आई रिसर्च इन सबसे विपरीत कुछ और ही कहती है. रिसर्च के मुताबिक, ‘संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे’ वाली टैग लाइन बेशक मार्केट स्ट्रेटजी हो लेकिन ये आपके हार्ट के लिए बिल्कुल भी सेफ नहीं है. 2012 में आई रिसर्च के मुताबिक, लंबे समय से अंडे को हेल्दी फूड माना जाता है लेकिन एग यॉक खाने का इफेक्ट आपके दिल पर ठीक वैसा ही पड़ता है जैसा स्मोकिंग करने से पड़ता है. एग यॉक में कॉलेस्ट्रॉल कंटेट बहुत ज्यादा होता है और ये बहुत हैवी भी होता है. इससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है.


कनाडा की वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा की गई रिसर्च में पाया गया कि जो लोग सप्ताह में तीन या इससे ज्यादा यॉक खाते हैं उन्हें हार्ट डिजीज का खतरा उन लोगों से अधिक होता है जो सप्ताह में दो या इससे कम यॉक खाते हैं.


अंडे में पाए जाने वाले न्यूट्रिशंस-
एग न्यूट्रिशन सेंटर के मुताबिक, एक पूरे अंडे में 13 तरह के जरूरी विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं.




  1. प्रोटीन

  2. विटामिन बी 12

  3. विटामिन बी -6

  4. विटामिन डी

  5. विटामिन ए

  6. विटामिन ई

  7. आयरन

  8. जिंक

  9. फास्फोरस

  10. सेलेनियम

  11. कोलीन

  12. फोलेट

  13. थायमिन