कभी-कभार पीरियड्स की डेट्स इधर-उधर हो सकते हैं. ऐसे में कुछ लोग तो काफी ज्यादा चींता में आ जाते हैं. लेकिन आपको चींता करने की जरूरत नहीं बल्कि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. हर महीने पीरियड्स आने में लेट हो रहा है तो इसके कुछ सीरियस कारण भी हो सकते हैं. ऐसे में वक्त रहते इलाज करवाना बेहद जरूरी है. क्योंकि यह कोई नॉर्मल प्रॉब्लम तो है नहीं है. कोई भी महिला हो या लड़की को सही वक्त पर अगर पीरियड्स आ रहा है और ठीक से खत्म हो जा रहा है इसका मतलब है कि वह हेल्दी है. अगर किसी महिला को टाइम पर पीरियड्स आ रहे हैं तो इसका मतलब है वो हेल्दी नहीं है. जरूर कुछ न कुछ शारीरिक दिक्कतों से वो गुजर रही है. ऐसे में हमें यह जानना बेहद जरूरी है कि पीरियड्स के कितने दिनों का साइकल नॉर्मल होता है. एक पीरियड्स से दूसरे पीरियड्स में कितने दिनों का गैप होना चाहिए. 


कितना देरी से पीरियड्स आना नॉर्मल होता है?


कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें अक्सर पीरियड्स देरी से आता है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या देरी से पीरियड्स आना नॉर्मल है? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीरियड्स में एक-दो दिन के आगे पीछे आना नॉर्मल है लेकिन ज्यादा लेट हो रहा है तो फिर आप कुछ शारीरिक दिक्कतों से गुजर रही हैं. यह कोई जेनरल नहीं बल्कि गंभीर कारण हो सकते हैं. अगर आपके पीरियड्स में 1-2 महीने से ज्यादा देरी हो रही है तो फिर आपको बिना समय गवाएं आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. कई बार इसके कारण ओवरी में गांठ या पीसीओएस के कारण भी हो सकता है. जेनरल बात यह है कि पीरियड्स 21 से 35 दिनों का होता है. अगर आपकी साइकिल 28 दिन की है तो अगर 30 वें दिन न आकर 40 वां दिन में पहुंच जाए तो फिर यह चिंता का विषय है. 


गर्भ निरोधक गोलियां


अगर आप रेग्यूलर गर्भनिरोधक गोलियों खा रही हैं तो इसकी वजह से भी आपको पीरियड्स आने में देरी हो सकती है. क्योंकि गर्भनिरोधक गोलियां खाने से प्रोजेस्‍ट‍िन और एस्‍ट्रोजन नाम के हार्मोन रिलीज होते हैं. जिसकी वजह से ओवरीज एग र‍िलीज करती है. जब आप पिल्स खाना बंद कर देती हैं तो पीरियड्स साइकिल को वापस से नॉर्मल होने में 6-7 महीने का वक्त लग जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गर्भनिरोधक पिल्स ज्यादा नहीं खाना चाहिए. 


बढ़ते वजन के कारण भी पीरियड्स में हो सकता है लेट


अगर आपका वजन बढ़ रहा है तो आपकी सेहत तो खराब होती ही है आपका पीरियड्स साइकल भी खराब हो जाता है. फैट बढ़ने के कारण हार्मोन्स में बदलाव होते हैं जिसकी वजह से पीरियड्स में भी देरी होती है. इसलिए हमेशा सही डाइट लेना चाहिए. क्योंकि हाइ कैलोरीज आपके शरीर और ऑर्गन को प्रभावित कर सकती है. इसलिए हेल्दी डाइट लें. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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