भारतीय खानपान में अचार का विशेष महत्व है. घर में बनने वालों अचारों के साथ ही बाजार में बिक रहे अचारों का भी टेस्ट बेहद लजीज होता है. आम, नींबू, मिर्च, लहसुन के अलावा कुछ सब्जियों के भी अचार बनाए जाते हैं. अचार की खुशबू और स्वाद लंबे समय तक जीभ पर बनी रहती है.
हालांकि कई बार आपको अचार खाते हुए मां या कोई बड़ा ये कह देता है ज्यादा अचार खाना ठीक नहीं या रोज-रोज अचार खाने से नुकसान होता है. आइये जानते हैं अचार हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर डालता है और यह सेहत के लिए कितना फायदेमंद और नुकसानदेह है.
ये हैं अचार खाने के फायदे
अचार पाचन को आसान करता है लेकिन यह अच्छा तभी साबित होगा जब यह घर पर बना हुआ हो. अचार में विटामिन और मिनरल होते हैं. इसकी वजह अचार के डिब्बों को धूप में रखा जाना है. अचार में प्रयोग किए गए सिरके में उच्च मात्रा में एसिटिक एसिड होता है जो हीमोग्लोबिन लेवल को बढ़ाता है, डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक है. लगातार अचार खाने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. यही नहीं अचार में विटामिन K के भरपूर होता है. जो ब्लड क्लॉटिंग में मददगार है. यह चोट लगने पर उस घाव को भरने और खून के बहाव को रोकने में मददगार है.
ज्यादा अचार खाने के नुकसान
अचार में काफी मात्रा में सोडियम होता है जो हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए अच्छा नहीं है. बाजार में मिलने वाले अचार में तेल की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और उसमें प्रयोग किए जाने वाले मसाले भी अक्सर पके हुए नहीं होते, जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल और अन्य समस्याएं हो सकती है. अचार बनाने और उसे सुरक्षित रखने के लिए जिन प्रिजेरवेटिव्स का प्रयोग होता है, वे शरीर के लिए हानिकरक होते हैं और एसिडिटी या शरीर में सूजन आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं. अचार में बहुत ज्यादा तेल, नमक और सिरके का इस्तेमाल होता है. यह सेहत के लिए नुकसानदेय साबित हो सकता है.