(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kidney Stone: किडनी स्टोन और यूटीआई में क्या है लिंक? जरूर जान लें इस सवाल का जवाब
किडनी इंफेक्शन 'यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन' इंफेक्शन को अगर वक्त रहते नहीं रोका गया तो संक्रमण एक या दोनों गुर्दों पहुंच सकता है. आइए समझें दोनों के बीच का लिंक क्या है?
किडनी इंफेक्शन 'यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन' (यूटीआई) का एक प्रकार है. किडनी इंफेक्शन शरीर से 'यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन' (मूत्रमार्ग) या टॉयलेट करने के रास्ते में शुरू होता है. इस इंफेक्शन को अगर वक्त रहते नहीं रोका गया तो संक्रमण एक या दोनों गुर्दों पहुंच सकता है. पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने या किडनी में पथरी जैसी समस्याओं के कारण होने वाले यूटीआई से किडनी को नुकसान हो सकता है.
यूटीआई इंफेक्शन अगर ज्यादा बढ़ जाए तो गंभीर रूप ले सकता है
इस इंफेक्शन को अगर वक्त रहते नहीं ठीक किया गया तो यह इंफेक्शन गंभीर रूप से बढ़ सकता है. छोटे बच्चों में यूटीआई के लक्षण ऐसे होते हैं जो तेज बुखार के साथ शुरू होता है. कभी-कभी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है अगर इसका तुरंत इलाज न किया जाए. तो गंभीर रूप ले सकता है.
किडनी में जब पथरी होती है तो 'यूरिनरी ट्रैक्ट में पत्थर जमने लगती है. जिससे यूटीआई हो सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि बैक्टीरिया टॉयलेट में फंस सकते हैं जो टॉयलेट करने में रुकावट डालती है और फिर बैक्टीरिया जमने लगता है.
किन लोगों को यह बीमारी होने का रहता है ज्यादा डर
जिन लोगों को गुर्दे में पथरी का ज्यादा डर रहता है. उन्हें यूटीआई होने का जोखिम बढ़ जाता है.
किडनी स्टोन के टाइप
जिन लोगों को कैल्शियम ऑक्सालेट और यूरेट की पथरी होती है, उन्हें यूटीआई विकसित होने का काफी अधिक जोखिम होता है.
बार-बार होने वाला यूटीआई
बार-बार होने वाले यूटीआई वाले लोगों में गुर्दे की पथरी विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है.
इलाज
यदि आपको बार-बार यूटीआई हो रही है तो इसके पीछे का कारण गुर्दे की पथरी हो सकती है. ऐसी स्थिति में बिना समय गवाएं आपको अपने किडनी की पथरी का इलाज करवाना चाहिए.
जिन महिलाओं को बार-बार यूटीआई होता है, उनके लिए क्या किया जा सकता है?
जिन महिलाओं को अक्सर यूटीआई होता है (साल में तीन या उससे ज़्यादा बार) उन्हें तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए.
छह महीने या उससे ज़्यादा समय तक रोज़ाना एंटीबायोटिक की कम खुराक लेना
लक्षण दिखने पर एक या दो दिन तक एंटीबायोटिक लेना चाहिए.
UTI के शुरुआती लक्षण
बार-बार टॉयलेट आना
टॉयलेट करते समय पेट में दर्द और जलन होना
टॉयलेट करने के बाद भी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा महसूस होना
टॉयलेट में बदबू और गहरा होना
पीठे के निचले हिस्से और बगल में दर्द होना
मतली और बुखार होना
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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