नई दिल्लीः हाल ही में आई एक रिसर्च के मुताबिक, मोटापा नर्व्स सिस्टम में सूजन को ट्रिगर करता है जो मस्तिष्क के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को नुकसान पहुंचा सकता है.


ब्राजील में साओ पाउलो विश्वविद्यालय से सह-लेखक पामेला बर्तोलज़ज़ी का कहना है कि भूख को नियंत्रि‍त करने वाले, इमोशन और कॉग्निेटिव फंक्शंस को कंट्रोल करने वाले दिमाग के हिस्सें में उन टीनेजर्स में बदलाव दिखे जो मोटे थे.


विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़ों से पता चलता है कि दुनियाभर में 1990 से 2016 में 32 मिलियन से 41 मिलियन तक शिशुओं और छोटे बच्चों में मोटापे की संख्या बढ़ गई. रिसर्च के लिए, शोधकर्ताओं ने 12 से 16 साल के 59 मोटे और 61 स्वस्थ किशोरों के बीच तुलनात्मक अध्ययन भी किया.


रिसर्च के परिणामों में सामने आया कि कुछ मोटे लोगों में मस्तिष्क लेप्टिन के प्रति प्रतिक्रिया नहीं करता है, जिससे उन्हें पर्याप्त वसा भंडार होने के बावजूद खाते करते रहना पड़ता है.


ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.