इजरायल में तीन दशक से अधिक समय के बाद पोलियो वायरस का प्रकोप देखा जा रहा है. जेरुसलम पोस्ट ने बताया कि वायरस के निशान और तीन इजरायली शहरों में पाए गए हैं, क्योंकि दो बच्चे पहले ही पोलियो संक्रमित पाए जा चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अपडेट के अनुसार, बीट शेमेश, मोडी'इन इलिट और तिबरियास में सीवेज के नमूनों में निशान पाए गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले हफ्ते, जेरुसलम में दो बच्चे पॉजिटिव पाए गए, अब और पांच बच्चों के पोलियो से संक्रमित होने का संदेह है.
सन 1989 के बाद से इजराइल में पहली बार ये मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने माता-पिता से अपने बच्चों का पोलियो-रोधी टीकाकरण कराने का आग्रह किया है. पोलियो एक अत्यधिक संक्रामक रोग है, जो तंत्रिका तंत्र पर आक्रमण करता है और घंटों के भीतर पूर्ण पक्षाघात का कारण बन सकता है. हालांकि इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन वैक्सीन से इसे रोका जा सकता है.
पोलियो वायरस अफ्रीका और पूर्वी यूरोप सहित कई देशों में फिर से उभर रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को घोषणा की कि अफ्रीकी देशों मलावी, मोजाम्बिक, तंजानिया, जाम्बिया और जिम्बाब्वे में सामूहिक टीकाकरण अभियान में पांच साल से कम उम्र के 2.3 करोड़ से अधिक बच्चों को पोलियो की 8 करोड़ से अधिक खुराक पिलाई जाएगी.
मलावी ने 17 फरवरी को प्रकोप की घोषणा की थी. 30 वर्षो में देश में इस तरह का पहला मामला है और अफ्रीका में इस क्षेत्र को 2020 में स्वदेशी जंगली पोलियोवायरस से मुक्त प्रमाणित किया गया था. युद्धग्रस्त यूक्रेन पिछले साल देश के पश्चिम में दो मामलों के साथ वैक्सीन-व्युत्पन्न पोलियो के प्रकोप से भी जूझ रहा है.
हाल ही में यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने भी पोलियो के प्रकोप के संबंध में अफगानिस्तान, ईरान, इजराइल, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, यूक्रेन और यमन के क्षेत्रों के लिए एक यात्रा सलाह जारी की.
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