जांच की नई पद्धति से अब चंद मिनट में हार्ट अटैक का पता लगाया जा सकता है. इजराइल के वैज्ञानिकों ने वर्तमान ब्लड टेस्टिंग के विकल्प के तौर पर  स्लाइवा टेस्ट को पेश किया है. नई पद्धति से जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में लगे मरीजों का इलाज तेजी से किया जा सकेगा.


हार्ट अटैक की मिनटों में हो सकेगी पहचान


शोध को यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलोजी की कांफ्रेंस में पेश किया गया है. कांफ्रेंस का आयोजन कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन किया गया था. गौरतलब है कि दिल के दौरे का पता करने के लिए अभी दुनिया भर में ब्लड टेस्टिंग की व्यवस्था है. और जांच की रिपोर्ट आने में कई घंटे लग जाते हैं. लेकिन स्लाइवा टेस्ट से जांच के नतीजे 10 मिनट में आ सकेंगे. शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने स्लाइवा के सैंपल 32 मरीजों से लिए. इस दौरान उनकी हार्ट की कोशिकाओं के जख्मी होने की पुष्टि हुई. शोधकर्ताओं ने बताया कि 84 फीसद सैंपल में प्रोटीन पाया गया. 13 स्वस्थ स्वयंसेवकों के सैंपल में लक्षण नजर नहीं आया.


इजराइल के वैज्ञानिकों ने विकसित किया स्लाइवा टेस्ट


उन्होंने बताया कि नतीजों को 10 मिनट के अंदर देख लिया गया. स्लाइवा टेस्ट ब्लड टेस्ट से ज्यादा तेज गती से नतीजे देनेवाला साबित हुआ. हालांकि उन्होंने आगे अभी और शोध किए जाने की बात कही है. उनका कहना है कि अभी ये देखा जाना है कि हार्ट अटैक के बाद कितनी देरी तक स्लाइवा बचा रहेगा. ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर प्रोफसर मेटिन अवकिरन ने डेली मेल को बताया, "इस तरह के टेस्ट को विकसित करने के लिए अभी और शोध की जरूरत है. जिससे पता लगाया जा सके कि क्या ये नई पद्धित मौजूदा ब्लड टेस्ट के तौर पर भरोसेमंद साबित हो सकती है."


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