असली और नकली फूड आइटम में फर्क करना होता है मुश्किल, इन तरीकों से 2 मिनट में कर सकते हैं पता
बाजार में मिलने वाली फल और सब्जियां असली है या नकली इसका पता लगाना काफी ज्यादा मुश्किल है. 'सात्विक मूवमेंट' नाम के एक इंस्टाग्राम पेज ने असली और नकली फर्क बताते हुए एक वीडियो शेयर किया है.
जब आप बाहर से फ्लेवर वाली चीजें खाते हैं तो तो आपके मन में सवाल आता है कि स्ट्रॉबेरी के स्वाद वाले दही में असली स्ट्रॉबेरी होती है? बाजार में मिलने वाली फल और सब्जियां असली है या नकली इसका पता लगाना काफी ज्यादा मुश्किल है. 'सात्विक मूवमेंट' नाम के एक इंस्टाग्राम पेज ने असली और नकली फर्क बताते हुए एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में बताया गया कि आप आराम से आसानी टिप्स के जरिए नकली फल और सब्जियों में फर्क कर सकते हैं.
सच तो यह है कि स्टोर से खरीदे जाने वाले इन उत्पादों में असली चीज़ के बजाय सिंथेटिक और लैब में बनाए गए स्वाद भरे होते हैं.बड़ी खाद्य कंपनियां हमें ये अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ बेचने के लिए चतुर मार्केटिंग का उपयोग करती हैं. जो वास्तव में किसी भी वास्तविक पोषण से रहित होते हैं.
असली और नकली फूड आइटम में ऐसे करें फर्क?
खेत से रसोई तक: असली खाद्य पदार्थ खेत से सीधे आपके रसोई में आता है. अगर यह पहले किसी फैक्ट्री से गुज़रता है. तो यह एक उत्पाद है, असली खाद्य पदार्थ नहीं है.
अगर यह सड़ता है, तो यह असली है. असली खाद्य पदार्थ जल्दी सड़ता है क्योंकि यह जीवन से भरपूर होता है, जल्दी से सूक्ष्मजीवों को आकर्षित करता है जो इसे उतना ही पसंद करते हैं जितना हम करते हैं.
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कोई टीवी विज्ञापन नहीं? यह एक अच्छा संकेत है. अगर आपके खाद्य पदार्थ का बहुत ज़्यादा प्रचार किया जाता है, तो शायद यह पोषण से ज़्यादा मुनाफ़े के बारे में है.
अगली बार जब आप स्टोर पर हों: क्या मैं ऐसा खाना चुन रहा हूं जो प्राण से भरपूर और जीवंत है, या ऐसा कुछ जिसे इस हद तक प्रोसेस किया गया है कि उसे वापस नहीं लाया जा सकता?
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ऐसे करें नकली और असली की पहचान
अगर फल या सब्जी का रंग गहरे रंग का है तो हो सकता है कि ये नकली हो. असली फल-सब्जियां नैचुरल कलर और हल्के रंग की होती है. बहुत अधिक चमक और कोटिंग में केमिकल्स होते हैं.
आप कोई फल बगीचा से लाते हैं, जैसे- सेब तो कुछ देर रखने के बाद उनका रंग बदलने लगता है लेकिन वहीं अगर आप बर्गर रखे हुए हैं तो उसका रंग नहीं बदलता है. यही छोटी-छोटी फर्क के जरिए आप पता कर सकते हैं. असली कौन है और नकली कौन?
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