भारत में एबॉट को नई दवा की मिली मंजूरी, इवाब्राडीन का दिल के दौरे और सीने की पुरानी बीमारियों में होगा इस्तेमाल
एबॉट को नई दवा की भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) से मंजूरी मिल गई है. इवाब्राडीन दिल के दौरे और सीने की पुरानी बीमारियों के इलाज में काम आएगी.
नई दिल्ली: वैश्विक फार्मा कंपनी एबॉट को नई दवा की भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) से मंजूरी मिल गई है. उसकी दवा इवाब्राडीन (Ivabradine) दिल के दौरे और सीने की पुरानी बीमारियों के इलाज में काम आएगी. कंपनी ने प्रेस रिलीज जारी कर इस बारे में जानकारी दी.
एबॉट को नई दवा की मिली मंजूरी
एबॉट को उम्मीद है दवा को आने वाले कुछ सप्ताह में भारतीय बाजार में उतार दिया जाएगा. उसने बताया कि कंपनी के मुंबई स्थित नवोन्मेष व विकास केंद्र में दवा को तैयार किया गया है. कंपनी के स्थानीय चिकित्सा निदेशक बालागोपाल नैयर ने कहा, ‘‘दिल के दौरे और स्टेबल एंजाइना जैसी सीने की पुरानी बीमारियों के इलाज में लगातार दवा का सेवन महत्वपूर्ण होता है. ऐसे में दिन में एक बार ही उसकी दवा की खुराक से मरीजों को आराम मिलेगा.’’
दिल के दौरे और सीने के पुराने रोग में होगा इस्तेमाल
महाराजा अग्रसेन अस्पताल में विशेषज्ञ डॉ भरत चानना ने कहा कि दिल के दौरे के 45 प्रतिशत मरीजों की धड़कन काफी तेज हो जाती है और करीब 40 प्रतिशत को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है. दिन में दवा के एक खुराक से मरीजों को नियमित सेवन करते रहने में सुविधा होगी. एबॉट ने दवा का भारत के 21 जगहों पर तीसरे चरण का मानव परीक्षण किया था. मानव परीक्षण के दौरान क्रोनिक हार्ट फेलियर में दवा का इस्तेमाल असरदार साबित हुआ. क्रोनिक हार्ट फेलियर (CHF) एक पुरानी बीमारी है. हृदय की मांसपेशियों की पंपिंग शक्ति कम होने से क्रोनिक हार्ट फेलियर का खतरा रहता है.
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