Kajal ka Tika: काफी समय पहले से गांव में अधिकतर ये परंपरा रही है कि महिलाएं ज्यादातर बुरी नजर से बचाने के लिए अपने बच्चों को काजल का टीका लगा देती हैं. ऐसा माना जाता है कि इस एक टीके से नजर नही लगती है, लेकिन क्या यह एक दम सच बात है या फिर ये लोगों के अंदर का सिर्फ एक वहम ही है. कई घरों में आज भी महिलाएं बच्चों की कोमल आंखों में काजल लगा देती हैं, जबकि डॉक्टर्स के अनुसार यह छोटे बच्चे के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. आज हम इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आखिर इस बात में कितनी सच्चाई हैं.
बच्चों की आंखों में जहर की तरह होता है काजल
जी हां एक शोध में कहा गया है कि बच्चों की आंखों में काजल एक तरह से जहर का काम कर सकता है. क्योंकि छोटे बच्चों में हाइअर गट ऑप्जर्पशन होता है. बता दें कि शिशुओं का नर्वस सिस्टम इस उम्र में अभी तक विकास की प्रक्रिया में ही होता है. इसलिए काजल में मौजूद लीड जहर बच्चों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. काजल को बनाने के लिए भरपूर मात्रा में लीड का प्रयोग किया जाता है और यह सेहत के लिए अच्छा नही होता है.
शरीर के कई अंगों को बुरी तरह से करता है प्रभावित
आपको बता दें कि शरीर में अगर ब्लड लीड का स्तर बढ़ जाता है तो इसमें इंसान कोमा में भी जा सकता है और उसकी हालत काफी बुरी हो सकती है. ऐसे में काजल के अंदर भी लीड पाया जाता है तो यह बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. कुछ महिलाएं ये सोचती है कि बाहर का काजल न खरीदकर घर पर काजल को बनाकर इसका यूज कर सकते है, लेकिन आपको बता दें कि घर में बने काजल भी सुरक्षित नहीं होते है. काजल में मौजूद कार्बन बच्चों की आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.