कर्नाटक की आईटी कंपनियों ने राज्य सरकार को वर्किंग आवर को लेकर एक प्रस्ताव सौपा है. इस प्रस्ताव में मांग की गई है कि आईटी कंपनियों में काम कर रहे कर्मचारियों के काम करने के घंटे बढ़ाकर 14 घंटे कर दी जाएं. जिसके कारण कर्मचारी सब इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं.


आईटी कंपनी में काम कर रहे वर्कर्स का कहना है कि स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें और छंटनी का हवाला देते हुए यह पूरी तरह से अमानवीय है.  अब ये तो आने वाला वक्त बताएगा कि वर्किंग आवर बढ़ती है या नहीं लेकिन हम इस आर्टिकल में जानेंगे 14 घंटे काम करने से हमारी हेल्थ पर क्या असर होता है. इसके बारे में विस्तार से जानेंगे.  


पहले भी वर्कर 14 घंटे काम करते थे


ऐसा पहली बार नहीं होगा कि इंसान को 14 घंटे की शिफ्ट में काम करने के लिए कहा जा रहा है इससे पहले भी इंसान 14-14 घंटे की शिफ्ट में काम करते थे. लेकिन इसका प्रोडक्शन और स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर होता है. ब्रिटिश मानवाधिकार कार्यकर्ता रॉबर्ट ओवेन ने 8 घंटे काम, 8घंटे मनोरंजन और 8 घंटे का आराम का नारा दिया था. 


14 घंटे काम करने से स्वास्थ्य पर क्या असर होगा इस पर हमने 'आकाश हेल्थ केयर' के डॉक्टर सरोज कुमार यादव से खुलकर बात की. साथ ही जानने की कोशिश की घंटों बैठकर काम करने से हेल्थ पर क्या असर होता है? इस पर डॉक्टर सरोज कुमार यादव बताते हैं कि घंटों काम करने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे - नींद की कमी, स्ट्रोक, दिल की बीमारी, दिल की बीमारी का जोखिम, डिप्रेशन बढ़ता ही जाता है. 


घंटों बैठकर काम करने से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि घंटों एक ही जगह इतनी देर तक बैठकर काम करना हमारी सेहत के लिए कितना ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है. शरीर के साथ-साथ दिमाग के लिए भी यह खतरनाक साबित हो सकता है.


इसका सीधा असर तो हड्डियों पर पड़ता है जिसके कारण कई तरह की परेशानी और बढ़ जाती है. आइए जानें घंटों बैठने के कारण सेहत से जुड़ी कौन सी परेशानी हो सकती है?


ऑफिस में 8-9 घंटे लगातार बैठने से गर्दन और कंधों में अकड़न और दर्द शुरू हो जाती है. इन सब के अलावा मोटापा, डायबिटीज और दिल की बीमारी के साथ-साथ कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है.


ऑफिस जाते ही आप कुर्सी पर बैठ जाते हैं इस चक्कर में शरीर की कोशिकाएं धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है. यह इम्युनिटी को काफी ज्यादा प्रभावित करता है. ऐसा में कोशिश करें कि बीच-बीच में ब्रेक लें और ऐसी स्थिति में एक्सरसाइज जरूर करें.


घर या ऑफिस लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. कई बार ध्यान दिया होगा कि एक ही पोजिशन में बैठे रहने के कारण घुटनों और कमर के हिस्सों में दर्द शुरू होने लगता है. सिटिंग जॉब के बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए. कुर्सी पर गलत पोस्चर में बैठकर काम बिल्कुल भी न करें नहीं तो पीठ में दर्द हो जाएगा.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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