Karwa Chauth 2020: इन महिलाओं को नहीं रखना चााहिए करवाचौथ का व्रत, जानें क्या है वजह
पति की लंबी आयु के लिए सुहागन महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखती हैं. यह व्रत निर्जला होता है इसलिए काफी कठिन माना जाता है.
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देश में सभी महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हैं. करवाचौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है, यानि इस दौरान महिलाएं पूरे दिन पानी भी नहीं पीतीं. यह व्रत वैसे तो काफी कठिन होता है, लेकिन महिलाओं की आस्था इससे कहीं ज्यादा मजबूत होती है. बुधवार को देशभर में करवाचौथ का त्योहार मनाया जाएगा. इसके लिए कई दिन पहले से भी महिलाओं ने तैयारी शुरू कर दी हैं. वैसे महिलाओं को इस व्रत को रखने के दौरान बहुत ही एहतियात बरतने की जरूरत होती है.
खासतौर पर किसी बीमारी से जूझ रही महिलाओं को इस व्रत को रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाओं कों भी इस बारे में डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए, ताकि किसी भी परेशानी से बचा जा सके. बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी महिलाओं के लिए यह व्रत रखना खतरनाक साबित हो सकता है.
प्रेग्नेंट महिलाओं को ज्यादा ध्यान रखना चाहिए
जब महिलाएं प्रेग्नेंट होती हैं, तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को करवाचौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए. क्योंकि इस व्रत में महिलाओं को काफी लंबे समय तक भूखा प्यासा रहना पड़ता है, जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अच्छा नहीं होता. इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को व्रत न रखने की सलाह दी जाती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि बच्चे की दूध की पूर्ति के लिए थोड़े-थोड़े समय में कुछ न कुछ पौष्टिक चीजें खाना जरूरी होता है.
ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से जूझ रही महिलाएं भी कर सकती हैं परहेज बीपी से जूझ रही महिलाओं को भी इस व्रत से बचना चाहिए. लंबे समय तक भूखा रहने से बीपी का स्तर अनियंत्रित हो सकता है, जिसे दवा लेने के बाद भी नियंत्रित नहीं किया जा सकता है. इसीलिए बीपी से ग्रसित महिलाओं को व्रत न रखने की सलाह दी जाती है.
डायबिटीज से जूझ रही महिलाओं के लिए यह व्रत अनसेफ हो सकता है. जैसा कि डॉक्टर खुद कहते हैं कि डायबिटिक पेशेंट को थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाना पड़ता है. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो परेशानी बढ़ सकती है. इसीलिए डायबटिक महिलाओं को भी यह व्रत रखने से पहले से अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
गंभीर बीमारी से ग्रसित महिलाएं व्रत से बचें
जो महिलाएं पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रही हैं, उन्हें यह व्रत न रखने की सलाह दी जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें नियमित तौर पर दवाइयां लेनी पड़ती हैं. एक दिन भी दवा को न खाना स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक हो सकता है.
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