Keto Flu: वजन घटाने के लिए इन दिनों लोग एक से बढ़कर एक डाइट फॉलो कर रहे हैं. कोई वीगन डाइट पर है तो कोई मेडिटेरियन डाइट फॉलो कर रहा है. कोई लो कार्ब तो कोई पालियो डाइट पर है. इन्हीं में से एक डाइट है कीटो डाइट. जिसे वजन घटाने के लिए काफी प्रभावी डाइट माना जाता है. कीटो डाइट जिसे किटोजेनिक डाइट भी कहा जाता है. यह एक हाई फैट डाइट होती है. इस डाइट में शरीर ऊर्जा के लिए फ्लैट पर पूरी तरह से निर्भर होता है. हालांकि एक नए अध्ययन में इस डाइट के कुछ साइड इफेक्ट्स भी सामने आए हैं. इसमें बताया गया है कि जब भी लोग अपना वजन कम करने के लिए कीटों दैनिक आहार लेना शुरू करते हैं कुछ शुरुआती हफ्तों में ही इससे व्यक्ति में फ्लू जैसे लक्षण सामने आते हैं.
कीटो डाइट के दुष्प्रभावों से हो जाता है कीटो फ्लू
फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन नाम के एक जर्नल में कीटो डाइट के दुष्प्रभावों को कीटो फ्लू नाम दिया गया है. जब आप कीटो डाइट पर रहते हैं तो पहले 7 दिनों में आपको फ्लू जैसे लक्षण आते हैं. 4 सप्ताह के बाद धीरे-धीरे यह लक्षण कम हो जाते हैं. कीटो डाइट से होने वाली फ्लू की रिपोर्ट तो सामान ही रहती है पर फिर भी इससे थकान, मतली, चक्कर आना, ऊर्जा में कमी, बेहोशी और दिल की धड़कन में बदलाव देखने को मिला है. हालांकि जैसे-जैसे इस डाइट की आदत होती है दुष्प्रभाव खुद-ब-खुद कम हो जाते हैं
कीटो डाइट के साइड इफेक्ट्स
वहीं कुछ डॉक्टरों का मानना है कि कीटो डाइट जल्दी वजन घटाने का कारण बन सकता है. लेकिन ये उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को प्रोत्साहन देता है, जिन से हृदय रोग के होने की संभावना बढ़ जाती है. कीटो या कीटोजेनिक डाइट के कुछ फायदे हैं तो नुकसान भी है. इससे पर्याप्त मात्रा में फाइबर और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं. कम कार्बोहाइड्रेट लेने का असर सीधा पाचन तंत्र पर पड़ता . इससे पाचन संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.कब्ज की समस्या हो जाती है. मांसपेशियों में अकड़न खिंचाव थकान जैसी समस्याएं हो सकती है.
कीटो फ्लू पर कैसे काबू पाएं
- हाइड्रेटेड रहने से आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और कीटो फ्लू के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है.
- कीटो डाइट में आपके शरीर को अधिक नमक की आवश्यकता होती है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त मात्रा में नमक ले रहे हैं.
- कीटो डाइट ले रहे हैं तो आप पर्याप्त नींद जरूर लें
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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