नईदिल्ली: साठ साल की उम्र में तंबाकू छोड़ने वाले व्यक्ति भी अपनी आयु बढ़ा सकते हैं. एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है. अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि सिर्फ 27.9 फीसदी व्यक्तियों ने, जिन्होंने 60 साल की उम्र में तंबाकू छोड़ी, उनकी मृत्यु 33.1 फीसदी कभी नहीं छोड़ने वाले लोगों की तुलना में देरी से हुई.


पचास की उम्र में धूम्रपान छोड़ने वालों में 23.9 फीसदी की कमी आई.

दूसरी तरफ, धूम्रपान करने वाले 70 और इससे ज्यादा साल के व्यक्तियों में कभी धूम्रपान नहीं करने वाले व्यक्तियों की तुलना में तीन गुना मरने (12.1 फीसदी) की संभावना थी.

अध्ययन में कहा गया कि धूम्रपान छोड़ने में कभी देरी नहीं होती. ऐसे में जिन लोगों ने 60 साल की उम्र में धूम्रपान छोड़ा, उन्होंेने अपनी मौत में कटौती की.

अमेरिका के मैरीलैंड के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के प्रमुख शोधकर्ता सारा एच. नाश ने कहा, "अध्ययन से पता चलता है कि धूम्रपान शुरू करने और खत्म करने की उम्र धूम्रपान काल के प्रमुख घटक हैं. यह 70 साल और इससे ज्यादा उम्र में मौत के प्रमुख कारकों में से है."

अध्ययन से पता चलता है कि पुरुष-महिलाओं (18.2 पैक वर्ष बनाम 11.6 पैक वर्ष) से ज्यादा धूम्रपान करते हैं. इसी तरह 15 साल की उम्र में (19 फीसदी पुरुष बनाम 9.5 फीसदी महिलाएं) धूम्रपान शुरू करती हैं.

इस तरह महिलाओं की तुलना में पुरुषों की मृत्यु दर धूम्रपान से ज्यादा है.

अध्ययन के लिए दल ने 70 की आयु वाले 160,000 लोगों के आंकड़ों का अध्ययन किया.

अध्ययन का प्रकाशन पत्रिका 'अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसीन' में प्रकाशित किया गया है.