Kidney Disease in Kids: अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से आजकल बच्चों में भी किडनी से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं. उनमें किडनी स्टोन, किडनी डैमेज जैसी समस्याएं देखने को मिल रही है. ऐसे में पैरेंट्स का रोल बढ़ जाता है कि वे बच्चों की सेहत का पूरा ख्याल रखें. उन्हें इस तरह की बीमारी से बचाएं और अगर बच्चों में इससे जुड़े कोई भी लक्षण (Kidney Disease Symptoms in Kids) दिखाई दें तो बिना लापरवाही उसका ट्रीटमेंट करवाएं. आइए जानते हैं बच्चों में किडनी की बीमारी के क्या-क्या संकेत हैं...
बिस्तर गीला करने की आदत
कुछ बच्चे रात में सोते समय बिस्तर गीला कर देते हैं. ऐसा बच्चों में किडनी से जुड़ी एक प्रॉब्लम Vesicoureteral Reflux की वजह से होती है. इस कंडीशन में Urinary Bladder सही तरह खाली नहीं हो पाता और यूरीन वापस किडनी में आज जाती है. यही कारण है कि बच्चे को यूरीनरी ट्रैक्ट से जुड़े इंफेक्शन होने लगते हैं. ऐसे में अंदरूनी अंगों को बहुत नुकसान होता है. इसमें बच्चे को बार-बार फीवर आ सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि छोटे बच्चों और टॉडलर्स में यूरेटेरिक रिफ्लेक्स की समस्या काफी कॉमन है. शुरुआती दौर में ही इसका इलाज संभव है. इसलिए इसके लक्षणों को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, वरना आगे चलकर किडनी फेल होने का खतरा बढ़ सकता है.
यूरेटेरिक रिफ्लेक्स के क्या लक्षण होते हैं
बार-बार और रूक-रूककर पेशाब होना
तेज बुखार, पेशाब में झाग
पेट में एक तरफ दर्द होना
किडनी में दर्द और सूजन
कई मामलों में यूरेटेरिक रिफ्लेक्स जन्मजात भी हो सकती है. इसकी वजह से बच्चों की किडनी में सूजन की प्रॉब्लम आ जाती है. पेशाब ठीक तरह पास न होने पर किडनियों में ही जमा होने लगता है और दर्द-सूजन की समस्याएं बढ़ने लगती हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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