किडनी शरीर का महत्वपूर्ण अंग है. ये स्वास्थ्य को बनाए रखने के जरूरी काम करता है. संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए किडनी को सेहतमंद रखना अत्यंत आवश्यक है. किडनी फेल्योर की सूरत में किसी को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. किडनी की खराबी के कारण हो सकता हो आपको डायलिसिस की जरूरत पड़े. अगर किडनी का उचित देखभाल नहीं किया जाए, तो जिंदगी खतरे में पड़ सकती है. इसलिए, आप अपनी किडनी की देखभाल करें और किडनी आपकी देखभाल करेगी.
एक्टिव और फिट रखें
शरीर का आदर्श वजन बहाल रखने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. बॉडी मास इंडेक्स वजन की निगरानी और सेहतमंद सतह को बनाए रखने का सबसे बेहतरीन तरीका है. उचित स्वास्थ्य के लिए रोजाना 20-30 मिनट मध्यम दर्जे का सख्त व्यायाम जैसे जॉगिंग, स्वीमिंग और योगा की जरूरत होगी. बढ़िया इम्यून सिस्टम को बनाना अच्छी सेहत को सुनिश्चित करेगा और कई बीमारियों से भी बचाएगा.
हाइड्रेटेड रहें
अत्यधिक तरल के सेवन से किडनी को उचित तरीके से काम करने में मदद मिलती है. पेशाब का रंग पीला देखकर आप डिहाइट्रेशन का अंदाजा लगा सकते हैं. इसलिए, डिहाइड्रेशन से बचें और तरल की सही मात्रा उसी हिसाब से इस्तेमाल करें. जगह, मौसम और स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए पानी में बदलाव लाएं. पानी के सेवन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पानी के साथ सब्जियां और फलों को खूब खाएं. लेकिन ध्यान रहे, आपका शरीर ज्यादा हाइड्रेट और किडनी पर ज्यादा दबाव न पड़े क्योंकि हाइपोनैट्रीमिया का कारण बन सकता है. हाइपोनैट्रीमिया की स्थिति बहुत नुकसानदेह होती है. तरल के सेवन की मात्रा को अपनी सुविधा के अनुसार संतुलित करें.
हेल्दी डाइट को बनाए रखें
संतुलित डाइट से आपके शरीर को उचित कार्य करने के लिए सभी जरूरी पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है. बहुत ज्यादा नमकीन खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें और फैट्टी फूड के सेवन को सीमित करें. अपनी रोजाना की डाइट में एक सेब को शामिल करें. हेल्दी डाइट शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद करता है, आपके इम्यून सिस्टम को सुधारता है, ब्लड प्रेशर को अनुकूल स्थिति में लाता है, डायबिटीज और दिल की बीमारियों को रोकता है. जिसके नतीजे में किडनी की बीमारी हो सकती है.
ब्लड प्रेशर को काबू में रखें
सेहतमंद आदत में नियमित अंतराल पर ब्लड प्रेशर को चेक कराते रहना शामिल है. इससे किसी भी तरह की खराबी का शुरुआती दौर में पता चल सकता है और ठीक से इलाज किया जा सकता है. हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है, लेकिन इससे किडनी की बीमारी भी हो सकती है. डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रोल और दिल की बीमारी को डॉक्टर के संज्ञान में फौरन लाना चाहिए. हो सकता है किडनी की क्षति से मामला जुड़ा हो.
धूम्रपान या नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रहें
धूम्रपान कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण माना जाता है. उसमें से किडनी का कैंसर भी एक है. धूम्रपान रक्त प्रवाह को धीमा कर किडनी को प्रभावित करता है. इससे रक्त की धमनियों के साथ सामान्य स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचता है. धूम्रपान और शराब के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और किडनी की बीमारी का एक प्रमुख कारण होता है. अल्कोहल के इस्तेमाल से किडनी के रक्त को साफ करने की क्षमता भी कम होती है. अल्कोहल आपके शरीर को डिहाइड्रेट कर किडनी को प्रभावित करता है.