घुटनों में दर्द की समस्या से ज्यादातर लोग परेशान होते हैं. खासतौर पर 35-40 साल की उम्र के बाद घुटनों में असहजता होना, कट-कट की आवाज आना, उठने-बैठने में समस्या होने जैसे लक्षण ज्यादातर लोगों को परेशान करने लगते हैं. आमतौर पर ऐसा शरीर में घटने कैल्शियम स्तर के कारण होता है और साथ ही कुछ लोगों में ये ऑर्थराइटिस के प्रारंभिक लक्षणों के रूप में भी सामने आ सकते हैं. 


हालांकि कुछ खास बातों का ध्यान रखकर आप बुढ़ापे तक अपने घुटनों को स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं. ऐसे ही 5 आसान तरीके हम आपको यहां बता रहे हैं, जिन्हे डेली लाइफ में अपनाना बेहद आसान है और ये घुटनों की सेहत के लिए बहुत प्रभावी तरीके से काम करते हैं...


1. अपने वजन पर गौर करें


शरीर पर बढ़ता हुआ फैट, बढ़ती उम्र में घुटनों की समस्या की एक बड़ी वजह होता है. जिन लोगों का वजन अपनी लंबाई के अनुपात में ना होकर कहीं अधिक होता है, उन लोगों को घुटने की समस्या बहुत अधिक परेशान करने लगती है. ऐसे लोग चाहें तो सिर्फ 10 से 15 किलो वजन कम करके भी अपने घुटनों की सेहत में जबरदस्त सुधार कर सकते हैं.


2. अपने शूज और स्लीपर्स पर ध्यान दें


घुटनों सहित पैरों में दर्द, खिंचाव और तनाव की बड़ी वजह गलत साइज और गलत हील के जूते, चप्पल पहनना भी होता है. हर समय हील पहनने पर कमर, कंधे और पिंडलियों में दर्द की समस्या हो सकती है. हम आपको हील पहनने से मना नहीं कर रहे हैं बल्कि हील आप सिर्फ उन दिनों में अधिक पहनें, जब आपको अधिक समय खड़ा होने का काम ना हो. अपने शू कलेक्शन में स्पॉर्ट शूज और स्नीकर्स जरूर शामिल करें. ताकि शामिल करें ताकि जब पैरों को आराम की जरूरत  हो आप इनका उपयोग कर सकें.


3. अपने बॉडी पॉश्चर पर ध्यान दें


आपके बैठने और चलने का तरीका और इस दौरान रहने वाला आपका बॉडी पॉश्चर भी आपके घुटनों में दर्द की वजह बन सकता है. अगर आपको अपना पॉश्चर समझने में दिक्कत हो रही है तो आप फिजियोथेरपिस्ट की मदद ले सकते हैं. ये आपको घुटनों के शुरुआती दर्द से राहत दिलाने वाली एक्सर्साइज कराने के साथ ही बॉडी पॉश्चर को सही रखने का तरीका भी बताएंगे. 


4. खुद का कितना ध्यान रखते हैं आप?


कोई व्यक्ति खुद अपने प्रति कितना जिम्मेदार है, इस बात का पता उसकी डायट और एक्सर्साइज रुटीन से चलता है. आप अपने आपको कितनी वैल्यू देते हैं, इस पर गौर करें और सही डायट के साथ ही सही एक्सर्साइज, वॉक और योग को अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित करें.


5. घुटनों का अधिक उपयोग


जी हां, कुछ लोग अपने घुटनों का जरूरत से अधिक उपयोग भी करते हैं. ऐक्टिव रहना और अधिक से अधिक काम करना अच्छी बात होती है. लेकिन अपने शरीर को मशीन समझना बहुत बड़ी भूल होती है, ऐसा ना करें. शरीर को आराम भी चाहिए होता है. ताकि नई बॉडी सेल्स का प्रॉडक्शन सही प्रकार से हो सके.


इसलिए आप ऐसी गतिविधयों में बहुत अधिक शामिल ना हों, जिनमें आपकी मसल्स और जॉइंट्स का अधिक उपयोग होता है. अगर आपको एक्सर्साइज, वॉक या घर के काम करने के बाद घुटनों में या शरीर के अन्य जोड़ों में समस्या होती है तो इसे अनदेखा ना करें और हड्डियों के डॉक्टर से जरूर मिलें.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: थकान और सिरदर्द बना रहता है? शरीर में हो सकती है इस विटामिन की कमी


यह भी पढ़ें: बहुत पापड़ बेलने के बाद समझ आते हैं 'प्यार' से जुड़े ये 10 सबक