Health News: कंडोम (condom)का इस्तेमाल करके ना केवल यौन जनित रोगों से बचा जा सकता है बल्कि जनसंख्या नियंत्रण का ये सबसे आसान तरीका भी कहा जाता है. एड्स जैसी बीमारी से बचाव के लिए हेल्थ एक्सपर्ट कंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह देते आए हैं लेकिन अफसोस की बात है कि इतने प्रचार के बावजूद लोग कंडोम का प्रयोग करने से बचते हैं.


एक तरफ दुनिया भर में कंडोम के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता और प्रचार किया जा रहा है बल्कि बहुत सारे लोग इसे अभी भी असुविधाजनक और टैबू मानते हैं. चलिए जानते हैं कि दुनिया में कितने लोग कंडोम का इस्तेमाल करते हैं.


दुनिया में कितने लोग करते हैं कंडोम का इस्तेमाल 
कंडोम के यूज को लेकर आंकड़े हालांकि काफी कम है लेकिन फिर भी लोग इसे लेकर जागरूक हो रहे हैं. कंडोम अलायंस की रिपोर्ट कहती है कि 1994 में जहां दुनिया में महज 6.4 करोड़ लोग कंडोम का यूज करते थे वहीं 2021 में इसे यूज करने वालों की संख्या 19 करोड़ हो गई है.


देखा जाए तो महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अनचाही प्रेगनेंसी रोकने के लिए इस पर ज्यादा यकीन करती हैं. रिपोर्ट कहती है कि दुनिया की 33 फीसदी महिलाएं अनवांटेड प्रेगनेंसी रोकने के लिए कंडोम यूज करती हैं. अगर केवल देशों की बात करें तो स्टेटिस्टा का सर्वे बताता है कि ब्राजील वो देश है जहां सबसे ज्यादा कंडोम का यूज होता है.यहां 65 फीसदी लोग कंडोम यूज करते हैं. अगर बिक्री की बात करें तो इस मामले में चीन सबसे आगे है.


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कंडोम के इस्तेमाल से परहेज क्यों 
ये एक बड़ा सवाल है. भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश में भी लोग कंडोम का इस्तेमाल तो दूर, इस पर बात करने से भी कतराते हैं. इसके पीछे पुरुषों की मानसिकता बड़ी वजह है. एक सर्वे के मुताबिक पुरुषों को ये महसूस होता है कि अगर वो सेक्स के दौरान कंडोम का यूज करेंगे तो उनको शारीरिक सुख कम मिलेगा. इसी वजह से विवाहित और अविवाहित लोग कंडोम का यूज करने में कतराते हैं. दूसरी वजह इसके पीछे का टैबू है.


पहली बार सेक्स करने वाले पुरुष सोचते हैं कि अगर वो कंडोम यूज करेंगे तो उन पर प्लेबॉय का ठप्पा लग सकता है. वहीं महिलाएं सेक्स के दौरान साथी से कंडोम के इस्तेमाल के लिए पूछने से झिझकती हैं.


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