अक्सर आपने सुना होगा कि बच्चों की शक्ल अपने मां-बाप से मिलती है, ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि बच्चों को माता-पिता से जीन मिलते हैं जो उनके विकास को निर्धारित करते हैं. यह जिन आंखों के रंग, बालों के रंग, त्वचा, नाक के आकार और होठों के आकार सहित शरीर के कई अंग को दर्शाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं की माता-पिता में होने वाली बीमारी बच्चों के लिए खतरा बन सकती है ? आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे की कैसे माता-पिता को होने वाली बीमारी जीन के जरिए बच्चों तक पहुंचती है. 


बच्चों में खतरा


दिल की बीमारी एक गंभीर समस्या है, जिससे बचने के लिए लोग कई प्रयत्न करते हैं. यदि यह दिल की बीमारी माता-पिता को होती है या परिवार के किसी सदस्य को होती है तो उससे बच्चों को खतरा हो सकता है. जब एक परिवार के किसी सदस्य को दिल की बीमारी होती है तो उन्हें अपने घर में बच्चों के स्वस्थ जीवन शैली का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. कहां जाता है की माता-पिता से बच्चों को आधे जीन मिलते हैं. तो जो बीमारी माता-पिता को होती है वही बीमारी बच्चों को होने की संभावना बढ़ जाती है. यदि आपके पास हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास है तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.


ऐसे करें बचाव 


जिन के हिसाब से बच्चों की पर्सनैलिटी अपने माता-पिता जैसी होती है. ठीक वैसे ही जानकारी के मुताबिक माता-पिता में होने वाली बीमारी जीन के जरिए बच्चों में हो सकती है. यदि माता-पिता को कोई बीमारी है तो बच्चे में इसका खतरा 50% तक होता है. इससे बचने के लिए आप स्वस्थ भोजन का सेवन करें, रोजाना व्यायाम करें, अपने वजन को नियंत्रण में रखें, नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाए.   इसके अलावा धूम्रपान हृदय रोग के विकास के जोखिम को बढ़ाता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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