पेशाब के रास्ते में पथरी पानी की कमी से नहीं बल्कि इन चीजों की कमी के कारण भी हो सकता है जैसे-कैल्शियम, यूरिक एसिड या दूसरे चीजों की कमी के कारण पथरी बनने लगता है. दरअसल, पेशाब के रास्ते में पथरी अक्सर क्रिस्टलीय लिक्विड के कारण होता है जिसके कारण अक्सर गुर्दे में पथरी बनने लगता है. यह क्रिस्टल गुर्दे को पेशाब के रास्ते से जोड़ने वाली ट्यूब में पथरी जमा होने लगता है. जिसके कारण पेशाब के रास्ते में पथरी जमा होने लगता है.
पेशाब के रास्ते में पथरी के कारण
खराब लाइफस्टाइल और शारीरिक बदलाव के कारण स्टोन का कारण बनती है. ठंड के महीनों में लोग कम फिजिकली एक्टिव होते हैं. जिससे पाचन और मल त्याग धीमा हो सकता है. जिससे स्टोन बनने का जोखिम बढ़ जाता है. कम पानी पीने के कारण और फिजिकल एक्टिव कम होने के कारण टॉयलेट करने के पैटर्न में भी दिक्कत होती है. जो स्टोन बनने का कारण बनते हैं.
डिहाइड्रेशन: एनवायरनमेंटल हेल्थ एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन के जर्नल में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक सर्दियों में डिहाइड्रेशन अधिक होता है क्योंकि लोग कम पानी पीते हैं. अक्सर अपने शरीर की हाइड्रेशन आवश्यकताओं को कम आंकते हैं. इससे टॉयलेट गाढ़ा हो जाता है. जिससे किडनी स्टोन बनने के लिए आदर्श वातावरण बन जाता है.
डाइट के कारण भी हो सकती है स्टोन: कुछ फूड आइटम्स जैसे नट्स और नट्स उत्पाद, मूंगफली, पालक, रेड मीट, चिकन, पनीर और दूसरे डेयरी प्रोडक्ट अधिक खाने से सर्दियों के दौरान स्टोन बनने के जोखिम को बढ़ा सकता है. इन फूड आइटम में ऑक्सालेट और प्रोटीन अधिक होते हैं. जो स्टोन बनने में मदद करते हैं.
पथरी के लक्षण
टॉयलेट की मात्रा में कमी: बार-बार टॉयलेट आना और पेशाब की मात्रा में कमी आना किडनी स्टोन की कमी होने लगती है.
पीठ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द: अगर आपके इन हिस्सों में अचानक से दर्द शुरू होता है और यह दर्द कभी तेज और कभी कम हो सकता है.
ब्लड में खून आना: किडनी स्टोन के कारण ब्लड में खून आना भी आम बात है.
यूरिन ट्रैक्ट में जलन और इंफेक्शन: पेशाब करते समय जलन या दर्द हो रहा है तो किडनी स्टोन और इंफेक्शन हो सकता है.
किडनी में पथरी के कारण
शरीर में मिनरल्स की कमी
जब टॉयलेट में कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड जैसे मिनरल्स बनना शुरू हो जाते हैं तो यह पथरी का कारण बन सकता है. ज्यादा कैल्शियम और ऑक्सालेट पथरी बनाती है.
शरीर में पानी की कमी: हर रोज 8-10 गिलास पानी पीना जरूर पीना चाहिए. यह पेशाब को पता रखता है और किडनी में स्टोन बनने से रोकता है. अगर शरीर में पानी की कमी होने लगे, टॉयलेट गाढा हो जाए तो मिनरल्स जमकर पथरी बना लेते हैं.