Side Effects Of Physical Inactivity: इस आधुनिक जमाने में हमारी जीवनशैली गतिहीन होने की वजह से खराब हो चुकी है. लंबे समय तक डेस्क पर बैठकर काम करना, स्क्रीन के सामने घंटों समय बिताना वगैरा वगैरा, हमे कहीं ना कहीं बीमार कर रही है.दरअसल मानव शरीर को चलने फिरने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और जब हम नियमित शारीरिक गतिविधि नहीं करते हैं, तो इसका हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. लंबे समय तक फिजिकल इन एक्टिविटी के कुछ साइड इफेक्ट्स हम आपको बता रहे हैं.


बोन डेंसिटी कम हो जाती है-एक्सरसाइज ना करने से हड्डियों के घनत्व में कमी आ सकती है, जिससे हड्डियां अधिक नाजुक हो जाती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है. वजन उठाने वाले व्यायाम, हड्डियों के विकास को प्रोत्साहित करने और हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मदद करते हैं. इन गतिविधियों के बिना, हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं और फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है.


मांसपेशियां कमजोर हो सकती है-फिजिकल एक्टिविटी ना करने से आपकी मांसपेशियां कमजोर हो सकती है.जब आप व्यायाम नहीं करते हैं तो आप बहुत कमजोर महसूस कर सकते हैं. इससे आपको मूवमेंट में भी परेशानी हो सकती है. कमजोर मांसपेशियां आपके लिए रोजमर्रा के कार्यों और गतिविधियों को करना मुश्किल बना सकती है.


थकान-जब हम व्यायाम रेगुलर कर रहे होते हैं, तो हमारा शरीर न्यूरोट्रांसमीटर छोड़ता है और रक्त प्रवाह बढ़ाता है, जिससे प्राकृतिक ऊर्जा को बढ़ावा मिलता है.इसके उलट, शारीरिक निष्क्रियता से ऊर्जा के स्तर में कमी आती है, जिससे हम अधिक थका हुआ और सुस्त महसूस करते हैं.


ज्वाइंट पेन-लंबे समय तक बैठे रहने से पॉश्चर खराब और असंतुलित हो सकता है.ये रीढ़ की हड्डी पर अत्यधिक दबाव डालता है और पीठ दर्द, गर्दन दर्द और अन्य मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं में योगदान कर सकता है.नियमित गति और व्यायाम कोर की मांसपेशियों को मजबूत करने और जोड़ों के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करते हैं.


स्टेमिना की कमी-एक्सरसाइज करने से आप अंदर से मजबूत होते हैं और आपका स्टेमिना बढ़ता है.लेकिन जब आप फिजिकल इनएक्टिव रहते हैं तो आपको छोटे-छोटे काम करने में तकलीफ होती है. सीढ़ियां चढ़ने में सांस फूल जाता है. इसके अलावा आप बहुत ज्यादा जलते हैं तो थक जाते हैं.


क्रॉनिक बीमारी-शारीरिक गतिविधि की कमी से आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं. इसकी वजह से टाइप टू डायबिटीज, हृदय रोग, सहित कुछ क्रॉनिक  बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. नियमित रूप से व्यायाम करने से वजन बनाए रखने में मदद मिलती है. ब्लड सरकुलेशन में सुधार होता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है. जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है.


दिल की बीमारी-एनसीबीआई के रिपोर्ट के मुताबिक एरोबिक और कार्डियो एक्सरसाइज दिल के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर आप बिल्कुल भी एक्सरसाइज नहीं करते हैं तो आपको ह्रदय कमजोर हो सकता है, इससे आपके हृदय गति बाधित हो सकती है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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