प्रेगनेंसी के दौरान अपने और अपने बच्चे की हेल्थ का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. कई बार कुछ लक्षण मिसकैरेज के खतरे का संकेत हो सकते हैं. अगर इन लक्षणों पर ध्यान न दिया जाए तो परेशानी बढ़ सकती है. यहां हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जिनसे मिसकैरेज का खतरा हो सकता है. अगर ये लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सतर्क रहें.
भारी खून का बहाव
अगर प्रेगनेंसी के दौरान भारी रक्तस्राव हो रहा है तो यह मिसकैरेज का संकेत हो सकता है. हल्का रक्तस्राव सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर रक्तस्राव तेज हो और उसमें रक्त के थक्के भी हों, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.
तेज पेट दर्द
प्रेगनेंसी में हल्का दर्द सामान्य है, लेकिन अगर पेट में बहुत तेज दर्द हो और यह दर्द लगातार बना रहे, तो यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है. अगर आराम करने पर भी दर्द कम नहीं हो रहा, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.यह मिसकैरेज का लक्षण हो सकता है.
कमर में तेज दर्द
प्रेगनेंसी में हल्का कमर दर्द आम है, लेकिन अगर कमर में बहुत तेज और लगातार दर्द हो, तो यह मिसकैरेज का लक्षण हो सकता है. ऐसे दर्द को नजरअंदाज न करें. अगर आराम करने पर भी दर्द ठीक नहीं हो रहा, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
गर्भावस्था के लक्षणों का अचानक गायब होना
अगर अचानक गर्भावस्था के लक्षण जैसे मतली, उल्टी, और स्तनों में सूजन खत्म हो जाएं, तो यह चिंता का विषय हो सकता है. यह मिसकैरेज का संकेत हो सकता है. ऐसे में घबराएं नहीं, लेकिन तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।.समय पर सही सलाह और इलाज से आप और आपका बच्चा सुरक्षित रह सकते हैं. इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और सतर्क रहें.
फ्लू जैसे लक्षण
अगर आपको बुखार, ठंड लगना, और बदन दर्द जैसे फ्लू के लक्षण महसूस हों तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है. प्रेगनेंसी में संक्रमण मिसकैरेज का कारण बन सकता है, इसलिए सतर्क रहें और डॉक्टर से संपर्क करें.
ध्यान देने वाली बातें
प्रेगनेंसी के दौरान अपना ध्यान रखना और शरीर के संकेतों को समझना बहुत जरूरी है. अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखें तो घबराएं नहीं, लेकिन तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. सही समय पर इलाज से मिसकैरेज के खतरे को कम किया जा सकता है और आप और आपका बच्चा स्वस्थ रह सकते हैं. हमेशा सतर्क रहें और अपनी सेहत का ध्यान रखें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें:
ब्रेन की नसें हो रही हैं जाम तो ऐसे करें पता नहीं तो स्ट्रोक का बढ़ जाएगा खतरा